सपने में दाढ़ी, मारना ( पीटना )व शय्या

0
935
सपने में दाढ़ी, मारना ( पीटना )व शय्या

दाढ़ी – यदि कोई देखे कि उसकी दाढ़ी बढ़ गयी है तो समझो उसकी सफलता और उन्नति होगी। यह दीर्घायु की भी सूचक है। यदि दाढ़ी छोटी हुई दीखे तो प्रतिष्ठा की हानि का प्रतीक है। यदि कोई देखे कि उसकी दाढ़ी बिल्कुल मुड़ गयी है तो समझो दरिद्रता आने वाली है यदि दाढ़ी किसी द्वारा खींची जाती हुई देखे तो समझे अप्रतिष्ठा होगी।

मारना ( पीटना )- यदि स्वप्न में किसी को आप मारते – पीटते हैं तो समझिए दूसरों से आप की प्रशंसा होगी। किन्तु यदि आप उन लोगों से जिससे आपका कोई सम्बन्ध नहीं है , स्वयं पोर्ट जाते दीखते हैं तो यह अपशकुन है और असफलता का द्योतक है। यदि कोई अपनी प्रेमिका को पिटे या प्रेमिका अपने प्रेमी को पीटे तो समझो प्रेम बढ़ेगा और चिरकाल तक रहेगा। यदि कोई कुत्ते को पीटता है तो समझो वह गलती से अपने भक्त व्यक्तियों पर अविश्वास करेगा। यदि किसी बिल्ली को आप मारते हैं तो आपको धोखेबाज व्यक्तियों से निपटना पड़ेगा। बिना कारण बिल्ली को मारने का अर्थ पड़ोसियों से शत्रुता भी है। यदि कोई अपनी छाती को पीटे तो यह बुरा चिन्ह है वह या तो किसी अपराध सम्बन्धी ( फोजदारी ) मुकदमें में फंसेगा या उसके किसी सम्बन्धी की मृत्यु होगी। यदि कोई भूमि को बराबर करने के लिए पीटता है तो समझो उसकी उन्नति को सारी बाधाएं दूर हो जायेंगी। दीवालियेपन के मुकदमें में फंसे व्यक्ति के लिए यह अच्छा स्वप्न है। यदि कोई देखें कि वह मार खाते – खाते मार डाला गया है तो उसके सब दुःख और विपत्तियां दूर हो जायेंगी और वह बहुत सुखी जीवन व्यतीत करेगा। यदि तुम दूसरे व्यक्ति से मार – पीट कर रहे हो और वह मर जाता है तो वह मारा गया व्यक्ति तुम्हारा गहरा दोस्त बन जायेगा। वह व्यक्ति यदि बीमार है तो रोग से मुक्त हो जायेगा।

Advertisment

शय्या – बिस्तरे पर पड़े रहना दुःख और खतरे को बताता है। बिना सोये बिस्तरे पर पड़ा रहने का स्वप्न होने वाली बीमारी को बताता है। यदि कोई अपरिचित किसी के बिस्तरे पर आये तो पति – पत्नी में अलगाव का भाव पैदा होगा। गन्दे बिस्तरे पर सोने का स्वप्न आने वाली गरीबी और बीमारी को बताता है। यदि कोई देखे कि वह फूल बिखरी शय्या पर सो रहा है तो समझो कि उसके अन्तिम दिन आ गये।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here