कैंसर का उपचार – कैंसर में पहले तीन दिन रोगी को उपवास करायें। फिर अंगूर सेवन कराना आरम्भ करें। कभी – कभी एनिमा लगायें।
एक दिन में दो किलो से अधिक अंगूर न खिलायें। कुछ दिन पश्चात् छाछ पीने को दी जा सकती है। अन्य कोई चीज खाने को न दें। इससे लाभ धीरे – धीर , कुछ महीनों में होता है। इसकी पुल्टिस घावों पर लगा सकते हैं। इस रोग की चिकित्सा में कभी – कभी अंगूर का रस लेने से पेट दर्द, मलद्वार पर जलन होती है। इससे डरना नहीं चाहिए।
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The Grape Cure : Johanna Brandit .
कैंसर के रोगी पालन करें।
- रोगी को 6 माह तक चूल्हे पर पकाई खुराक नहीं दें।
- प्रथम दो महीने कैंसर के रोगी का आहार केवल अंगूर ही रखें।
3 . इसके बाद अंगूर के साथ अन्य फलों का सेवन किया जा सकता है। यह एक माह करें।
- इसके बाद वाले एक महीने में अंगूर व फलाहार के साथ अपक्व ( कच्चा ) भोजन किया जा सकता है। फलों में टमाटर, संतरा, मौसमी, काजू , बादाम ले सकते हैं।
- इसके बाद एक महीने तक कुछ पक्वाहार दिया जा सकता है।
- अंगूर कल्प की सम्पूर्ण अवधि में पूर्ण आराम करना चाहिए।
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