हमारे आयुर्वेद में ऐसे उपचार मौजूद हैं, जिनका इस्तेमाल कर हम कीमती दवाइयों के खरीदने के खर्चें से बच सकते हैं। दांत दर्द, पेट दर्द व हैजा का एक ऐसा ही घरेलू उपचार हम आपको आज बताने जा रहे हैं। जिसका प्रयोग कर आप स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इस औषधि को अमृतधारा के नाम से जाना जाता है। इसमें पीपरमेंट, अजवाइन का सत, देसी कपूर तीनों को बराबर मात्रा में मिलाकर शीशी में रखा जाता है। थोड़े समय में यह गलकर पानी यानी तरल हो जाता है। जब यह पानी यानी तरल हो जाएगा तो यह अमृतधारा हैजा, कालरा या पेट दर्द के लिए काफी कारगर रहता है। इसकी दो बूंद बताशा में खिलायें। लाभ मिलता है।
इस औषधि का प्रयोग से दांत का दर्द भी ठीक होता है। दांत दर्द हो तो रुई के फाले से औषधि में डुबों कर मलें। दांत दर्द में आराम मिलता है। यह एक बहुत ही प्रभावशाली औषधि मानी जाती है। इस घरेलू उपचार का लोगों को लाभ होते देखा गया है।