सपने में मलाई, मगर ( घड़ियाल ) व कौआ

0
320
सपने में मलाई, मगर ( घड़ियाल ) व कौआ

मलाई– स्वप्न में मलाई देखना कठिनाइयों से मुक्ति को प्रकट करता है। मलाई खाना विवाह और प्रसन्न मेल को प्रकट करता है। यह नौकरी में पदोन्नति को भी बताता है दूकानदार के लिए यह लाभ का द्योतक है। मलाई खरीदना अच्छा शकुन है। दूध या दही मथ कर मलाई ( क्रीम ) निकालना प्रकट करता है कि स्वप्नद्रष्टा अपना व्यापार बड़े अच्छे ढंग से चलायेगा।

मगर ( घड़ियाल ) – मगर को देखना कष्टसूचक है। पर मगर ( नाका ) से बच निकलना प्रकट करता है कि द्रष्टा एक ऐसी बड़ी विपत्ति से बच जायेगा जिसका उसे बड़ा खतरा था। मगर को देखना भयंकर शत्रु द्वारा आक्रमण को बताता है और या तो उसकी किसी शक्तिशाली व्यक्ति शत्रुता होगी अथवा किसी ऐसे व्यक्ति से मित्रता करेगा जो विश्वासघात होगा और हानी पहुंचायेगा। मगर द्वारा आक्रमण आने वाले कष्टों से छुटकारे को प्रकट करता है।

Advertisment

कौआ – जिन्दा कौआ सपने में पकड़ना शत्रु पर विजय का सूचक है। लेकिन मात्र कौए या उसके पंख देखना दूकानदार की हानि को प्रकट करता है। स्वप्न में यदि कोई कौआ सिर के ऊपर से निकल जाय तो यह किसी शत्रु के साथ कठिन संघर्ष को बताता है। यदि कौआ किसी के सिर पर बैठ जाय तो समझो वह या तो सख्त बीमार पड़ेगा या उसकी अचानक मृत्यु होगी। यदि कोई कौए को विष्ठा खाते हुआ देखे तो समझो वह अपनी गरीबी से सबक सीखेगा और अपनी गन्दी आदतों को छोड़ देगा।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here