सपने में उतरना, दैत्य,भक्त ( तपस्वी )

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उतरना- किसी पहाड़ी से उतरने का स्वप्न देखना बुरा शकुन है और प्रतिष्ठा के पतन का सूचक है। किन्तु यदि कोई पहले पहाड़ी पर चढ़ता है और फिर दूसरी ओर उतरता है तो यह स्वप्न बताता है कि वह कठिनाइयों को पार कर जायेगा।

यदि द्रष्टा दूसरे को पहाड़ी से उतरता देखता है तो समझो उसके विरोधी जनता की दृष्टि में उससे नीचे होंगे।

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यदि कोई स्वप्न में किसी कुएं या गड्ढे में उतरता है तो वह अपनी असंयम ( पीने आदि ) की आदतों से अपने धन का नाश करेगा।

यदि कोई अपने मकान की सबसे ऊपर की मंजिल से उतरता है तो यह सूचित करता है कि उसकी सामाजिक स्थिति में गिरावट होगी।

दैत्य – स्वप्न में यदि दैत्य का सामना हो जाता है तो समझो खतरा आने वाला है यदि कोई दैत्य से युद्ध करता है तो उसके शत्रु उसे कोई हानि न पहुंचा सकेंगे।

यदि कोई दैत्य से बात करता है तो समझो कि वह मूर्खतापूर्ण कार्य करेगा। यदि कोई दैत्य को किन्हीं औरों से बात करते देखे तो समझो उसके शत्रु मिलकर उसके लिए मुसीबत पैदा करेंगे।

भक्त ( तपस्वी ) – यदि कोई किसी तपस्वी को देखता है तो यह अच्छा शकुन है। यदि कोई किसी साधारण व्यक्ति को तपस्वी का भेष बदले देखे तो यह बुरा शकुन है। समझो उसके धन और मान की हानि होगी।

यदि कोई स्त्री किसी तपस्वी से बात करे तो उसका पति लखपति हो जायेगा। यदि कोई कुमारी तपस्वी को अपनी ओर आता हुआ देखे तो उसे इच्छित पति को प्राप्ति होगी। यदि कोई विद्यार्थी तपस्वी को अपनी ओर आता हुआ देखे तो उसे आगामी परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी।

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