नाटक– यदि कोई रंगमंच पर खेला जाता हुआ नाटक देखे तो वह धनी और समृद्ध होगा। पर यदि कोई नाटक लिखना देखे तो उसका विद्वान् के रूप में आदर होगा परन्तु वह ‘ रोज कमाना रोज – खाना ‘ जैसा जीवन बितायेगा। यदि कोई नाटक अभिनय करता है तो वह दूसरो की चापलुसी के द्वारा जीविका चलायेगा। यदि कोई विवाहित स्त्री नाटक में अभिनेत्री के रूप में कार्य करती है। तो वह अपने पति द्वारा त्याग दी जायेगी।
मेवा ( सूखे फल ) – स्वप्न में मेवा खाना आनन्दमय जीवन का प्रतीक है। स्त्री द्वारा स्वप्न में मेवों को देखना परिवार में होने वाले विवाहोत्सव का सूचक है। स्त्री द्वारा मॅवों का खाना परिवार में पुत्रोत्पत्ति का प्रतीक है। कुमारी यदि सूखे फल देखे तो उपयुक्त पति को ब्याही जायेगी।
पीना– स्वप्न में अच्छा और शुद्ध जल पीना अच्छे स्वास्थ्य को बताता है। यदि कोई गन्दा पानी पीता है तो यह बीमारी का सूचक है। यदि ठंडा और मीठा पानी स्वप्न में दोखे तो द्रष्टा यात्रा पर जायेगा, जिससे उसे धन मिलेगा। ठंडा पानी पीने का सपना वफादार मित्र के आने को बताता है। गरम पानी का स्वप्न होने वाली बीमारी का सूचक है।
डूबना– यदि कोई अपना डुबाया जाना देखे तो दुर्भाग्य का सूचक है पर दुबाये जाते समय बचा ले तो समझो दूसरों की सहायता से दुर्भाग्य को कुछ हद तक टाला जा सकेगा।
ढोल – यदि कोई स्वप्न में ढोल देखें तो यह विवाह जैसे किसी आनन्दोत्सव में भाग लेगा पर यदि कोई ढोल बजाता हुआ देखे तो उसे कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। यदि कुमारी स्त्री स्वयं को ढोलक बजाती देखे तो शीघ्र ही उसकी शादी हो जायेगी। यदि विवाहित स्त्री देखे तो वह गर्भवती होकर पुत्र को जन्म देगी। यदि कोई व्यक्ति देखता है कि उसके द्वार पर ढोल बज रहा है तो समझो उसके परिवार में पुत्र का जन्म होगा। सेनाधिकारी देखें तो पदोन्नति होगी।