सपने में सम्पादक, पुतला, अण्डे, गुरूजन ( बड़े )

0
487
सपने में सम्पादक, पुतला, अण्डे, गुरूजन ( बड़े )

सम्पादक– यदि कोई किसी समाचार पत्र के सम्पादक बनने का स्वप्न देखे तो उसकी प्रसिद्धि होगी। यदि कोई किसी सम्पादक से बात करता है तो उसका सम्मान होगा। विद्यार्थी सम्पादक बनने का सपना देखे तो परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त करेगा।

पुतला– स्वप्न में किसी का पुतला देखना सौभाग्य का सूचक है। यदि कोई अपना पुतला औरों के द्वारा जलाया जाता देखे तो समझो या तो उसकी मृत्यु होगी या सख्त बीमार पड़ेगा। इसके विपरीत यदि वह अपनी प्रतिमा की पूजा की जाती हुई देखे तो उसके अधिकारों में वृद्धि होगी। यदि कोई अपना पुतला पानी पर तैरता हुआ देखे तो समझो उसे व्यापार में अच्छा लाभ होगा।

Advertisment

अण्डे– स्वप्न में अण्डे देखना या खाना अच्छा शकुन है। टूटे हुए अण्डे देखना झगड़े और मुकदमेबाजी का सूचक है। मुर्गों के अण्डों का ढेर देखना व्यापार के विस्तार को बताता है। यदि कोई अण्डे को गेंद की तरह फेंके और लपके ( कैच करे ) तो वह लखपति बनेगा। यदि कोई स्त्री अण्डे सेती हुई मुर्गों को भगा देती है तो उसके पुत्र को उसका कोई सम्बन्धी गोद लेगा। अण्डे को पानी में उतराते हुए देखने का सपना समुद्री व्यापार से लाभ का सूचक है। यदि कोई किसी दूसरे के हाथ से अण्डा छीनता है तो उसे ठग के रूप में अदालत में उपस्थित होना पड़ेगा।

गुरूजन ( बड़े )– स्वप्न में अपने बड़ों को देखना लाभ का चिन्ह है। उनसे बात करना भी शुभ है। पर झगड़ा करना कष्ट आर्थिक हानि का सूचक है। यदि किसी के बड़े स्वप्न में उसकी पीठ थपथपावें तो वह हठी होगा और अपने अच्छे सलाहकारों की बात भी नहीं सुनेगा।

यह भी पढ़ें – काशी विश्वनाथ की महिमा, यहां जीव के अंतकाल में भगवान शंकर तारक मंत्र का उपदेश करते हैं

यह भी पढ़ें –संताप मिटते है रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के दर्शन-पूजन से

यह भी पढ़ें – शिवलिंग की आधी परिक्रमा ही क्यों करनी चाहिए ? जाने, शास्त्र मत

यह भी पढ़ें – साधना में होने वाली अनुभूतियां, ईश्वरीय बीज को जगाने में न घबराये साधक 

यह भी पढ़ें – यहां हुंकार करते प्रकट हुए थे भोले शंकर, जानिए महाकाल की महिमा

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here