दुर्गा मां को प्रसन्न करने के लिए मंत्र:
1. सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।
अर्थ: हे मां दुर्गा, आप सभी मंगलों की मंगल हैं, सभी कार्यों को सिद्ध करने वाली हैं। आप त्र्यंबकेश्वरी, गौरी और नारायणी हैं। मैं आपकी शरण में आता हूं।
2. ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
अर्थ: हे मां दुर्गा, आप जयंत, मंगल, काली, भद्रकाली और कपालिनी हैं। आप क्षमा करने वाली, शिवा और धात्री हैं। मैं आपको नमस्कार करता हूं।
3. या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
अर्थ: हे मां दुर्गा, आप सभी प्राणियों में शक्ति के रूप में विराजमान हैं। मैं आपको बार-बार नमस्कार करता हूं।
4. ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै।
अर्थ: यह मां दुर्गा का बीज मंत्र है। यह मंत्र बहुत शक्तिशाली है और मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए बहुत प्रभावी है।
इन मंत्रों का जाप कैसे करें:
- इन मंत्रों का जाप आप सुबह या शाम को कर सकते हैं।
- जाप करने से पहले स्नान करके स्वच्छ कपड़े पहनें।
- एक शांत स्थान पर बैठकर मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं।
- मंत्रों का जाप कम से कम 108 बार करें।
- जाप करते समय मन को एकाग्र रखें और मां दुर्गा का ध्यान करें।
इन मंत्रों का जाप करने से आपको मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होगी और आपके जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता आएगी।