सात लाख रामभक्तों की आहुतियां: अब बन रहा
यह शीर्षक राम मंदिर निर्माण के लिए किए गए संघर्ष और समर्पण को दर्शाता है। राम मंदिर हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और इसका निर्माण राम जन्मभूमि पर किया जा रहा है।
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सात लाख रामभक्तों की आहुतियां:
यह शीर्षक राम मंदिर निर्माण के लिए किए गए संघर्षों और त्यागों को दर्शाता है।
- 5 अगस्त 1990: राम जन्मभूमि पर कारसेवकों का शिलान्यास
- 6 दिसंबर 1992: बाबरी मस्जिद का विध्वंस
- 1993: लिब्रहान आयोग का गठन
- 2002: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन
- 2010: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राम जन्मभूमि पर हिंदुओं का अधिकार स्वीकार किया
- 2019: सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि पर हिंदुओं का अधिकार स्वीकार किया
- 5 अगस्त 2020: राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन
- 2024: राम मंदिर का गर्भगृह और प्रथम तल बनकर तैयार
- 22 जनवरी 2024: राम लला के बाल रूप में विग्रह की प्राणप्रतिष्ठा
- 2025: राम मंदिर का पूर्ण निर्माण
निष्कर्ष:
राम मंदिर निर्माण एक ऐतिहासिक घटना है जो हिंदुओं के लिए गर्व और आस्था का प्रतीक है। यह सात लाख रामभक्तों की आहुतियां और समर्पण का फल है।
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