सदाशिव के 1०8 नाम देते हैं अर्थ-धर्म-काम व मोक्ष

0
4040

भगवान सदाशिव सदा ही भक्तों पर कृपा करते हैं, जो भी भक्त श्रद्धा व पूर्ण समर्पण के साथ उनकी पूजा-अर्चना करता है। वह उसके सभी कष्टों को हर लेते है। उसे अर्थ-धर्म-काम व मोक्ष प्रदान करते है। ऐसे सदा शिव के हम 1०8 नामों का उल्लेख करने जा रहे है। जिसके जप मात्र से मनुष्य को अर्थ, धर्म, काम व मोक्ष की प्राप्ति सहज ही हो जाती है। यहां हम भगवान शिव के 1०8 नामों के साथ सम्बन्धित मंत्र और नामों के अर्थ भी भक्तों के लिए उपलब्ध करा रहे हैं।

1- नाम- शिव

Advertisment

मंत्र – ॐ शिवाय नमः

अर्थ-  कल्याण स्वरूप

2- नाम- महेश्वर

मंत्र-ॐ महेश्वराय नमः

अर्थ – माया के अधीश्वर

3-   नाम- शम्भू,शंभवे

मंत्र-ॐ शंभवे नमः

अर्थ– आनंद स्वरूप वाले

4-    नाम– पिनाकी, पिनाकिने

मंत्र– ॐ पिनाकिने नमः

अर्थ–  धनुष धारण करने वाले

5- नाम– शशिशेखर

मंत्र– ॐ शशिशेखराय नमः

अर्थ – चंद्रमा धारण करने वाले

6–   नाम- वामदेव, वामदेवाय

मंत्र- ॐ वामदेवाय नमः

अर्थ – अत्यंत सुंदर स्वरूप वाले

7- नाम- विरूपाक्ष

मंत्र- ॐ विरूपाक्षाय नमः

अर्थ– विचित्र अथवा तीन आंख वाले

8- नाम- कपर्दी

मंत्र- ॐ कपर्दिने नमः

अर्थ– जटा धारण करने वाले

9.नाम-नीललोहित

मंत्र- ॐ नीललोहिताय नमः

अर्थ– नीले और लाल रंग वाले

10- नाम- शंकर

मंत्र- ॐ शंकराय नमः

अर्थ – सबका कल्याण करने वाले

11- नाम- शूलपाणी

मंत्र-ॐ शूलपाणये नमः

अर्थ– हाथ में त्रिशूल धारण करने वाले

12- नाम- खटवांगी

मंत्र- ॐ खट्वांगिने नमः

अर्थ- खटिया का एक पाया रखने वाले

13- नाम- विष्णुवल्लभ

मंत्र- ॐ विष्णुवल्लभाय नमः

अर्थ– भगवान विष्णु के अति प्रिय

14- नाम- शिपिविष्ट

मंत्र- ॐ शिपिविष्टाय नमः

अर्थ– सितुहा में प्रवेश करने वाले, जिसका रूप प्रकाश की महान किरणों का उत्सर्जन करता है

15- नाम- अंबिकानाथ

मंत्र- ॐ अंबिकानाथाय नमः

अर्थ- देवी भगवती के पति

16- नाम- श्रीकण्ठ

मंत्र- ॐ श्रीकण्ठाय नमः

अर्थ – सुंदर कण्ठ वाले

17- नाम- भक्तवत्सल

मंत्र- ॐ भक्तवत्सलाय नमः

अर्थ– भक्तों को अत्यंत स्नेह करने वाले

18- नाम- भव

मंत्र-ॐ भवाय नमः

अर्थ– संसार के रूप में प्रकट होने वाले

19- नाम- शर्व

मंत्र- ॐ शर्वाय नमः

अर्थ– कष्टों को नष्ट करने वाले

20- नाम- त्रिलोकेश

मंत्र- ॐ त्रिलोकेशाय नमः

अर्थ- तीनों लोकों के स्वामी

21- नाम- शितिकण्ठ

मंत्र- ॐ शितिकण्ठाय नमः

अर्थ– सफेद कण्ठ वाले

22- नाम- शिवाप्रिय

मंत्र- ॐ शिवा प्रियाय नमः

अर्थ– पार्वती के प्रिय

23- नाम- उग्र

मंत्र- ॐ उग्राय नमः

अर्थ – अत्यंत उग्र रूप वाले

24- नाम- कपाली

मंत्र- ॐ कपालिने नमः

अर्थ– कपाल धारण करने वाले

25- नाम- कामारी

मंत्र- ॐ कामारये नमः

अर्थ – कामदेव के शत्रु, अंधकार को हरने वाले

26- नाम- अंधकासुर सूदन

मंत्र- ॐ अन्धकासुरसूदनाय नमः

अर्थ – अंधक दैत्य को मारने वाले

27- नाम- गंगाधर

मंत्र- ॐ गंगाधराय नमः

अर्थ– गंगा को जटाओं में धारण करने वाले

28- नाम- ललाटाक्ष

मंत्र- ॐ ललाटाक्षाय नमः।

अर्थ– माथे पर आंख धारण किए हुए

29- कालकाल

मंत्र-ॐ कालकालाय नमः

अर्थ – कालों के भी काल

30- नाम- कृपानिधि

मंत्र- ॐ कृपानिधये नमः

अर्थ – करुणा की खान
31- नाम-  भीम

मंत्र-ॐ भीमाय नमः

अर्थ – भयंकर या रुद्र रूप वाले

32- नाम- परशुहस्त

मंत्र-ॐ परशुहस्ताय नमः

अर्थ- हाथ में फरसा धारण करने वाले
33- नाम- मृगपाणी

मंत्र-ॐ मृगपाणये नमः

अर्थ – हाथ में हिरण धारण करने वाले

34- नाम- जटाधर

मंत्र- ॐ जटाधराय नमः

अर्थ– जटा रखने वाले

35- नाम- कैलाशवासी

मंत्र- ॐ कैलाशवासिने नमः

अर्थ– कैलाश पर निवास करने वाले
36- नाम- कवची

मंत्र- ॐ कवचिने नमः

अर्थ – कवच धारण करने वाले
37- नाम- कठोर

मंत्र- ॐ कठोराय नमः

अर्थ – अत्यंत मजबूत देह वाले

38- नाम- त्रिपुरांतक

मंत्र-ॐ त्रिपुरान्तकाय नमः

अर्थ – त्रिपुरासुर का विनाश करने वाले
39-नाम- वृषांक

मंत्र- ॐ वृषांकाय नमः

अर्थ– बैल-चिह्न की ध्वजा वाले

40- नाम- वृषभारूढ़

मंत्र- ॐ वृषभारूढाय नमः

अर्थ– बैल पर सवार होने वाले
41- नाम- भस्मोद्धूलितविग्रह

मंत्र- ॐ भस्मोद्धूलितविग्रहाय नमः

अर्थ– भस्म लगाने वाले
42- नाम- सामप्रिय

मंत्र- ॐ सामप्रियाय नमः

अर्थ– सामगान से प्रेम करने वाले

43- नाम- स्वरमयी

मंत्र- ॐ स्वरमयाय नमः

अर्थ– सातों स्वरों में निवास करने वाले
44- नाम- त्रयीमूर्ति

मंत्र- ॐ त्रयीमूर्तये नमः

अर्थ– वेद रूपी विग्रह करने वाले
45- नाम- अनीश्वर

मंत्र- ॐ अनीश्वराय नमः

अर्थ – जो स्वयं ही सबके स्वामी है

46- नाम- सर्वज्ञ

मंत्र- ॐ सर्वज्ञाय नमः

अर्थ– सब कुछ जानने वाले
47- नाम-परमात्मा

मंत्र- ॐ परमात्मने नमः

अर्थ– सब आत्माओं में सर्वोच्च

48- नाम- सोमसूर्याग्निलोचन

मंत्र-ॐ सोमसूर्याग्निलोचनाय नमः

अर्थ– चंद्र, सूर्य और अग्निरूपी आंख वाले

49- नाम- हवि

मंत्र-ॐ हविषे नमः

अर्थ– आहुति रूपी द्रव्य वाले

50- नाम- यज्ञमय

मंत्र- ॐ यज्ञमयाय नमः

अर्थ– यज्ञ स्वरूप वाले

51- नाम- सोम

मंत्र- ॐ सोमाय नमः

अर्थ– उमा के सहित रूप वाले

52- नाम- पंचवक्त्र

मंत्र- ॐ पंचवक्त्राय नमः

अर्थ – पांच मुख वाले

53- नाम- सदाशिव

मंत्र- ॐ सदाशिवाय नमः

अर्थ– नित्य कल्याण रूप वाले

54- नाम- विश्वेश्वर

मंत्र- ॐ विश्वेश्वराय नमः

अर्थ- विश्व के ईश्वर
55- नाम- वीरभद्र

मंत्र- ॐ वीरभद्राय नमः

अर्थ– वीर तथा शांत स्वरूप वाले
56- नाम- गणनाथ

मंत्र-ॐ गणनाथाय नमः

अर्थ– गणों के स्वामी
57- नाम- प्रजापति

मंत्र- ॐ प्रजापतये नमः

अर्थ – प्रजा का पालन- पोषण करने वाले
58- नाम- हिरण्यरेता

मंत्र- ॐ हिरण्यरेतसे नमः

अर्थ – स्वर्ण तेज वाले
59- नाम- दुर्धुर्ष

मंत्र- ॐ दुर्धर्षाय नमः

अर्थ– किसी से न हारने वाले
60- नाम- गिरीश

मंत्र- ॐ गिरीशाय नमः

अर्थ– पर्वतों के स्वामी
61- नाम- गिरिश

मंत्र- ॐ गिरिशाय नमः

अर्थ – कैलाश पर्वत पर रहने वाले
62- नाम- अनघ

मंत्र- ॐ अनघाय नमः

अर्थ– पापरहित या पुण्य आत्मा
63- नाम- भुजंगभूषण

मंत्र- भुजंगभूषण

अर्थ– सांपों व नागों के आभूषण धारण करने वाले
64- नाम- भर्ग

मंत्र- ॐ भर्गाय नमः

अर्थ– पापों का नाश करने वाले
65- नाम- गिरिधन्वा

मंत्र- ॐ गिरिधन्वने नमः

अर्थ– मेरू पर्वत को धनुष बनाने वाले

66- नाम- गिरिप्रिय

मंत्र- ॐ गिरिप्रियाय नमः

अर्थ- पर्वत को प्रेम करने वाले

67- नाम- कृत्तिवासा

मंत्र- ॐ कृत्तिवाससे नमः

अर्थ– गजचर्म पहनने वाले

68- नाम- पुराराति

मंत्र- ॐ पुरारातये नमः

अर्थ– पुरों का नाश करने वाले

69- नाम- भगवान्

मंत्र- ॐ भगवते नमः

राम– सर्वसमर्थ ऐश्वर्य संपन्न

70- नाम- प्रमथाधिप

मंत्र- ॐ प्रमथाधिपाय नमः

अर्थ– प्रथम गणों के अधिपति

71- नाम- मृत्युंजय

मंत्र- ॐ मृत्युंजयाय नमः

अर्थ– मृत्यु को जीतने वाले

72- नाम- सूक्ष्मतनु

मंत्र- ॐ सूक्ष्मतनवे नमः

अर्थ – सूक्ष्म शरीर वाले

73- नाम- जगद्व्यापी

मंत्र- ॐ जगद्व्यापिने नमः

अर्थ – जगत में व्याप्त होकर रहने वाले

74- नाम- जगद्गुरू

मंत्र- ॐ जगद्गुरुवे नमः

अर्थ– जगत के गुरु

75- नाम- व्योमकेश

मंत्र- ॐ व्योमकेशाय नमः

अर्थ– आकाश रूपी बाल वाले

76- नाम- महासेनजनक

मंत्र- ॐ महासेनजनकाय नमः

अर्थ– कार्तिकेय के पिता

77- नाम- चारुविक्रम

मंत्र- ॐ चारुविक्रमाय नमः

अर्थ– सुन्दर पराक्रम वाले

78- नाम- रूद्र

मंत्र- ॐ रुद्राय नमः

अर्थ– उग्र रूप वाले

79- नाम- भूतपति

मंत्र- ॐ भूतपतये नमः

अर्थ– भूतप्रेत व पंचभूतों के स्वामी

80- नाम- स्थाणु

मंत्र- ॐ स्थाणवे नमः

अर्थ– स्पंदन रहित कूटस्थ रूप वाले

81- नाम-अहिर्बुध्न्य

मंत्र- ॐ अहिर्बुध्न्याय नमः

अर्थ– कुण्डलिनी- धारण करने वाले

82- नाम- दिगम्बर

मंत्र- ॐ दिगंबराय नमः

अर्थ– नग्न, आकाश रूपी वस्त्र वाले

83- नाम- अष्टमूर्ति

मंत्र- ॐ अष्टमूर्तये नमः

अर्थ– आठ रूप वाले

84- नाम- अनेकात्मा

मंत्र- ॐ अनेकात्मने नमः

अर्थ– अनेक आत्मा वाले

85- नाम- सात्विक

मंत्र- ॐ सात्विकाय नमः

अर्थ- सत्व गुण वाले

86- नाम- शुद्धविग्रह

मंत्र- ॐ शुद्धविग्रहाय नमः

अर्थ– दिव्यमूर्ति वाले

87- नाम- शाश्वत

मंत्र- ॐ शाश्वताय नमः

अर्थ– नित्य रहने वाले

88-नाम- खण्डपरशु

मंत्र- ॐ खण्डपरशवे नमः

अर्थ– टूटा हुआ फरसा धारण करने वाले

89- नाम- अज

मंत्र- ॐ अजाय नमः

अर्थ– जन्म रहित

90- नाम- पाशविमोचन

मंत्र- ॐ पाशविमोचकाय नमः

अर्थ– बंधन से छुड़ाने वाले

91- नाम- मृड

मंत्र- ॐ मृडाय नमः

अर्थ– सुखस्वरूप वाले

92- नाम- पशुपति

मंत्र- ॐ पशुपतये नमः

अर्थ– पशुओं के स्वामी

93- नाम- देव

मंत्र- ॐ देवाय नमः

अर्थ– स्वयं प्रकाश रूप

94- नाम- महादेव

मंत्र- ॐ महादेवाय नमः

अर्थ– देवों के देव

95- नाम- अव्यय

मंत्र- ॐ अव्ययाय नमः

अर्थ– खर्च होने पर भी न घटने वाले

96- नाम-हरि

मंत्र- ॐ हरये नमः

अर्थ– विष्णु समरूपी

97- नाम- पूषदन्तभित्

मंत्र- ॐ पूषदन्तभिदे नमः

अर्थ– पूषा के दांत उखाड़ने वाले

98- नाम- अव्यग्र

मंत्र- ॐ अव्यग्राय नमः

अर्थ– व्यथित न होने वाले

99- नाम- दक्षाध्वरहर

मंत्र- ॐ दक्षाध्वरहराय नमः

अर्थ– दक्ष के यज्ञ का नाश करने वाले

100- नाम- हर

मंत्र- ॐ हराय नमः

अर्थ– पापों को हरने वाले

101- नाम- भगनेत्रभिद्

मंत्र- ॐ भगनेत्रभिदे नमः

अर्थ- भग देवता की आंख फोड़ने वाले

102- नाम- अव्यक्त

मंत्र- ॐ अव्यक्ताय नमः

अर्थ- इंद्रियों के सामने प्रकट न होने वाले
103- नाम- सहस्राक्ष

मंत्र- ॐ सहस्राक्षाय नमः

अर्थ- अनंत आँख वाले

104- नाम- सहस्रपाद

मंत्र- ॐ सहस्रपदे नमः

अर्थ- अनंत पैर वाले

105- नाम- अपवर्गप्रद

मंत्र- ॐ अपवर्गप्रदाय नमः

अर्थ – मोक्ष देने वाले

106- नाम- अनंत

मंत्र- ॐ अनन्ताय नमः

अर्थ- देशकाल वस्तु रूपी परिच्छेद से रहित

107- नाम- तारक

मंत्र-ॐ तारकाय नमः।

अर्थ- तारने वाले

108- नाम- परमेश्वर

मंत्र- ॐ परमेश्वराय नमः

अर्थ- प्रथम ईश्वर

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here