जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सोशल मीडिया पर जारी बयान पर पलटवार करते हुये कहा कि जिस कांग्रेस ने देश का विभाजन ही धर्म के नाम पर किया था, उस पार्टी के नेता धर्म और अधर्म की बातें कर रहे हैं।
श्री दाधीच ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि ऐसे लगता है कि कांग्रेस का नेतृत्व 99 के फेर में उलझा हुआ है और नित नयी बयानबाजी करके समाचारों में बने रहने की अपनी चाह को तुष्ट कर रहा है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा कि जयपुर की एक रोड रेज की घटना में समुदाय विशेष को 50 लाख रुपये किस आधार पर दिये थे और उन्हीं के शासन में कन्हैया लाल की हत्या होने पर वह चुप कैसे रहे थे।
उन्होंने कहा कि झालावाड़ में श्रीकिशन वाल्मिकी, अलवर में हरीश जाटव, योगेश जाटव, चिरंजीलाल सैनी और जयपुर में ही मनु वैष्णव की हत्या हो जाने पर किस आधार पर चुप्पी साध ली थी। अच्छा होता पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता आत्म मंथन करते कि राजस्थान की जनता ने उन्हें क्यों नकार दिया था।
श्री दाधीच ने कहा कि अशोक गहलोत को भगवान श्रीराम से जुडे़ सारे श्रद्वा केंद्र अब याद आ रहे है, जब भगवान राम के अस्तित्व पर उनके आलाकमान द्वारा सवाल उठाये जा रहे थे तब वह मुंह में दही जमाकर क्यों बैठे थे। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री थे तब जयपुर बम ब्लास्ट के गुनाहगारों को न्यायालय से राहत मिल गई थी क्योंकि सरकार ने पैरवी ही नहीं की थी।
श्री दाधीच ने कहा कि उन गुनहगारों को बचाने वाले गहलोत जिन धर्म स्थलों का नाम ले रहे हैं वहाँ जाकर प्रायश्चित करना चाहिये। उन्होंने कहा कि 543 में से 99 सीट लाकर जश्न मनाने वाले कांग्रेसी नेता यह भूल गये है कि देश की जनता ने कई राज्यों में उनका खाता भी नहीं खुलने दिया।