सपने में सुअर, मधु, सींग, बरं और जन्मपत्री

0
199
Angel in dream, Blister, Escape, Protector, Evening time

सुअरयदि कोई सुअर को चलता हुआ देखे तो सौभाग्य बढ़े। भागते हुए सुअर को देखना कठिनाइयों का सूचक है। पाकशाला के लिए सुअर को मारने का स्वप्न बताता है कि द्रष्टा किसी पेट की बीमारी में फंसेगा। सुअर के पीछे भागना आराम के लिए व्यर्थ प्रयास का सूचक है। यदि कोई स्त्री सुअर का मांस पकाने का स्वप्न देखे तो उसके परिवार को बहुत समय तक दिन में एक ही समय के भोजन पर रहना पड़ेगा।

मधुमधु ( शहद ) खाने का स्वप्न घर के आनन्द और आराम का प्रतीक है। रोगी हो तो रोग से छुटकारा प्राप्त होगा। मधु खरीदे तो बीमार पड़े। छते से शहद निकालने का स्वप्न देखे तो द्रष्टा खानाबदोशों का जीवन बितायेगा। मधु बेचने का सपना बताता है कि व्यापार में अच्छा लाभ होगा। यदि कोई स्त्री मधु भेंट में दे और द्रष्टा कुंवारा हो तो प्रेमिका उसे स्वीकार कर लेगी और विवाहित हो तो पत्नी उससे बहुत प्रेम करेगी।

Advertisment

सींगयदि कोई स्वप्न में अपने सिर पर सॉंग देखे तो समझो उसे बहुत सा धन मिलेगा। यदि दूसरे के सिर पर सींग देखें तो उसके बहुत से शत्रु होंगे और उसे अनेक कठिनाइयां और कष्ट भोगने पड़ेंगे। सोगों या सींगों को बनी वस्तुओं के व्यापार का स्वप्न बताता है कि द्रष्टा कभी स्थिर जीवन नहीं व्यतीत करेगा। यदि कोई अपने सिर पर सॉंग देखे और देखें कि वे गायब हो रहे हैं तो वह अपनी आंखों की ज्योति खां बैठेगा।

बरंबरों का स्वप्न में दीखना बताता है कि द्रष्टा के बहुत से दुश्मन होंगे। यदि बर्र डंक मार दे तो समझो निकट भविष्य में ही उसे गम्भीर कष्टों का सामना करना पड़ेगा और उसको घर पर कभी शान्ति नहीं मिलेगी। यदि बई को मारने का सपना देखे तो उसका चोर से मुकाबला होगा और आत्मरक्षा में उसे मार देगा। यदि बरों का छत्ता तोड़ने का स्वप्न दीखे तो उसे वसीयत में कुछ मकान मिलेंगे

 

जन्मपत्री- यदि कोई स्वप्न में अपनी जन्मपत्री देखे तो समझो मुसीबत का समय आने वाला है यदि किसी ज्योतिषी को अपनी जन्मपत्री दिखाने का सपना देखे तो बहुत ही कठिनाइयों और कष्टों का समय शीघ्र ही आयेगा यदि दूसरे की कुण्डली पढ़े तो उसका व्यापार एक अच्छा माँड़ लेगा। जन्मपत्री बनाने का स्वप्न परिवार में सन्तानोत्पत्ति का सूचक है। यदि कोई स्त्री किसी ज्योतिषी से कुछ पूछताछ करती है तो समझो उसके सन्तान नहीं होगी अथवा उसका पति गम्भीर रूप से बीमार पड़ेगा।

सूर्य देव को प्रसन्न करने के आसान उपाय

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here