अति आत्मविश्वास में डूबे कांग्रेस के मुंह पर हरियाणा विधानसभा चुनाव में एक जबरदस्त चांटा पड़ा है। अपनी जीत को लेकर आश्वस्त कांग्रेसी अब यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस अपनी बच्ची बची खुची को कैसे बचा पाएगी। राहुल गांधी की इमेज पर जो इस चुनाव परिणाम का असर होगा उसकी भरपाई कैसे करेगी। सवाल यह भी है कि जिस तरह से राहुल गांधी ने जलेबी के एक्सपोर्ट से लेकर तमाम जो बातें कहीं वह आम आदमी के लिए हजम कर पाना मुश्किल था।0 राहुल गांधी के बयान से आम आदमी को यह बात समझ में आ गई कि अभी राहुल गांधी राजनीतिक दृष्टि से परिपक्व नहीं हुए हैं। नहीं उनकी राजनीतिक समझ है और ना ही वह नेतृत्व करने की क्षमता रखते हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भारी जीत के कई चुनावी मायने हैं।
1. राजनीतिक स्थिरता: भाजपा की जीत से राज्य में राजनीतिक स्थिरता बनी रहेगी, जो विकास और योजनाओं के कार्यान्वयन में मददगार साबित होगी।
2. वोट बैंक का विस्तार: भाजपा ने विभिन्न वर्गों, जैसे युवाओं और महिलाओं, में अपनी पकड़ मजबूत की है, जिससे उसका वोट बैंक और विस्तारित हुआ है।
3. कांग्रेस की स्थिति: कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका है। इससे उसकी सियासी पहचान और संभावनाओं पर असर पड़ेगा, और पार्टी को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।
4. भविष्य की चुनौतियाँ: भाजपा को अब राज्य में अपनी सरकार को प्रभावी ढंग से चलाने और जनसामान्य की उम्मीदों पर खरा उतरने की चुनौती होगी।
5. विपक्ष की भूमिका: कांग्रेस को फिर से संगठनात्मक मजबूती और प्रभावी नेतृत्व की जरूरत होगी, ताकि वह भाजपा के खिलाफ एक ठोस विकल्प प्रस्तुत कर सके।
इस जीत से भाजपा की राष्ट्रीय स्तर पर भी स्थिति मजबूत होगी, जबकि कांग्रेस को अपने पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
हरियाणा में 1.22 करोड़ वोट पड़े
55 लाख बीजेपी
54 लाख कांग्रेस
23 लाख अन्य दल
हरियाणा में हिन्दू और सिख 93% हैं
मुस्लिम 7% हैं
हिन्दू और सिक्ख के 50 % वोट बीजेपी को मिले
हिन्दू और सिक्ख के 50% वोट विपक्षी पार्टियों को मिले
मुस्लिम के 100% वोट विपक्षी पार्टियों को मिले
अर्थात 50% हिन्दू गद्दार निकले
55 लाख वोट बीजेपी को
77 लाख वोट अन्य विपक्षी दलों को
भाजपा भाग्यवशात ही जीती
भगवान ने जिताया
भाजपा को ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है
कांग्रेस को भगवान ने हरायाhttps://www.sanatanjan.com/why-did-nehru-and-gandhi-not-stop-the-hanging-of-bhagat-singh/
भुवनेश्वर : मंदिरों की पावन नगरी, . जगन्नाथ धाम- कोणार्क – योगिनी- बैताल,लिंगराज मंदिर भी यहाँ