मोदी सरकार की उपलब्धियां और बधाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण योजनाएं और पहलें शुरू की गईं, जिनकी विभिन्न उपलब्धियां रही हैं। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में समस्याएं और चुनौतियां भी सामने आई हैं। आइए, मोदी सरकार की सात प्रमुख उपलब्धियों और उन क्षेत्रों की बात करें जहां चुनौतियां हैं।
मोदी सरकार की सात प्रमुख उपलब्धियां:
स्वच्छ भारत मिशन:
उपलब्धि: प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य भारत को स्वच्छ और खुले में शौच से मुक्त बनाना था। इस मिशन के तहत करोड़ों शौचालयों का निर्माण हुआ और स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता बढ़ी।
चुनौती: शहरी और ग्रामीण इलाकों में शौचालयों का सही उपयोग और उन्हें बनाए रखना, कई स्थानों पर अव्यवस्थित कचरा प्रबंधन और स्वच्छता मानकों को पूरा करने में कठिनाइयाँ आ रही हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY):
उपलब्धि: इस योजना का उद्देश्य हर गरीब भारतीय को अपना घर देना है। लाखों घरों का निर्माण हुआ है और लाखों लोगों को अपने घर का सपना पूरा हुआ।
चुनौती: घरों के निर्माण में समयबद्धता और गुणवत्ता बनाए रखने में चुनौतियां हैं, खासकर दूरदराज के इलाकों में।
उज्ज्वला योजना:
उपलब्धि: इस योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किया गया। इससे महिलाओं की सेहत में सुधार हुआ और रसोई में लकड़ी या कोयले के स्थान पर एलपीजी गैस का उपयोग बढ़ा।
चुनौती: कनेक्शन लेने के बाद भी कई परिवार गैस सिलेंडर का नियमित उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, खासकर आर्थिक कारणों से।
डिजिटल इंडिया और प्रधानमंत्री जन धन योजना:
उपलब्धि: मोदी सरकार ने डिजिटल इंडिया अभियान के तहत देशभर में इंटरनेट और डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा दिया। प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत बैंकिंग सुविधा का लाभ करोड़ों लोगों तक पहुंचाया गया।
चुनौती: डिजिटल साक्षरता की कमी, ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या, और बैंकिंग के प्रति अविश्वास कुछ चुनौतियां हैं।
GST (वस्तु और सेवा कर):
उपलब्धि: GST लागू करने से एकल कर प्रणाली की शुरुआत हुई, जिससे व्यापार और कारोबार में पारदर्शिता आई और छोटे व्यवसायों के लिए आसान टैक्स प्रणाली उपलब्ध हुई।
चुनौती: कुछ छोटे व्यापारियों को GST के अनुपालन में कठिनाई हो रही है, और कई राज्य सरकारों को GST के तहत राजस्व में कमी महसूस हो रही है।
आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat):
उपलब्धि: कोरोना महामारी के दौरान आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में महत्वपूर्ण स्थान दिलाना है। इस योजना के तहत आर्थिक पैकेज, मंझले उद्योगों के लिए प्रोत्साहन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के प्रयास किए गए।
चुनौती: इस अभियान को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए बड़ी निवेश जरूरत है और वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा बढ़ी हुई है, जिससे कई उद्योगों को चुनौती मिल रही है।
सेना आधुनिकीकरण और सुरक्षा सुधार:
उपलब्धि: मोदी सरकार ने सेना की आधुनिकीकरण प्रक्रिया को गति दी और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में कई कदम उठाए। “मेक इन इंडिया” अभियान के तहत घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ावा दिया गया।
चुनौती: सुरक्षा के मोर्चे पर पाकिस्तान और चीन से लगातार तनाव और सीमा विवाद जैसी समस्याएं बनी हुई हैं, जिनसे रक्षा रणनीतियों और खर्चों पर दबाव बढ़ा है।
जिन मोर्चों पर आ रही हैं बाधाएं:
आर्थिक वृद्धि:
भारत की अर्थव्यवस्था कोरोना महामारी के बाद पूरी तरह से पटरी पर नहीं आ पाई है। उच्च मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और कृषि संकट जैसे मुद्दे आर्थिक विकास में बाधा डाल रहे हैं।
कृषि संकट और किसान आंदोलन:
कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए, लेकिन MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और कृषि बिलों को लेकर किसानों का विरोध जारी रहा। किसानों के लिए उचित समर्थन और उनके कल्याण के उपायों की आवश्यकता बनी हुई है।
नौकरी और बेरोजगारी:
बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है, खासकर युवाओं के लिए। सरकारी और निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में कमी के कारण यह समस्या बढ़ी हुई है।
विदेश नीति और चीन से संबंध:
भारत-चीन सीमा पर तनाव, खासकर लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में, भारत की विदेश नीति के लिए एक बड़ी चुनौती रही है। पाकिस्तान से भी भारत के रिश्ते तनावपूर्ण हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं।
स्वास्थ्य और शिक्षा:
जबकि मोदी सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में कई सुधार किए हैं, जैसे आयुष्मान भारत योजना, लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की स्थिति में सुधार की आवश्यकता बनी हुई है।
वायु प्रदूषण और पर्यावरणीय चुनौतियां:
बड़े शहरों में वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएं एक गंभीर चुनौती बनी हुई हैं, जिनसे नागरिकों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
इन उपलब्धियों और चुनौतियों के बावजूद, मोदी सरकार ने देश को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए हैं और आने वाले वर्षों में कई अन्य सुधारों की दिशा में काम करने की उम्मीद है।