गाय या बैल के रम्भाने और भूमि को खुरचने आदि के क्या मायने

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यदि गाय खुरों से भूमि को खुरचें तो रोग की सूचना माननी चाहिए रोग लगे तो गृहपति की मृत्यु संभावित होती है। अगर इस पर अत्यधिक मक्खियां बैठने लगे तो वृष्टि होने की संभावना बनती है। अगर प्रवासी को अपने बछड़ों से मिलने को उत्सुक रम्भाती हुंकारती प्रसन्न होती गायें मिले तो इसे भी शुभ शगुन समझना चाहिए।

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अगर आप यात्रा कर रहे हैं और गाय आपके बायें हाथ की तरफ रम्भाती है तो यह शुभ होता है। इसी तरह से रात में हुंकार करना शुभ होता है, लेकिन दिन में या अर्धरात्रि में ये रम्भाती है तो भयकारक परिस्थितियां उपस्थित हो सकती है। हीट में आकर रम्भाने के ये फल नहीं होते हैं या फिर अन्य आवेग में आकर रम्भाने के भी यह फल नहीं होते हैं।

बैल या सांड

बायीं तरफ बोलना, खुर और सींग से धरती खोदना और दाहिनी तरफ की चेष्टा करना शुभ रहता है। आधी रात में बोलना शुभ लक्षण है। बैल का बायीं तरफ से दाहिनी तरफ जाना और दाहिने तरफ रहकर चेष्टा करना शुभ रहता है।

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