रायसेन, 02 मार्च मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के ग्राम गुलगांव के निकट खेत के फेंसिंग में फंसकर एक नर तेंदुए की मौत हो गयी है। किसान ने यह फेंसिंग जानवरों को खेत से अंदर आने से रोकने के लिए लगाई थी। वहीं, रायसेन जिले के गढ़ी के पास भी इसी तर्ज पर तेंदुआ खेत की बागड़ में फंसा मिला है।
वन अमले को मिली सूचना पर उसका रेसक्यू किया गया। रेस्क्यू के दौरान चूंकि तेंदुए के कमर में फंदा का बहुत कसाव हो गया था। इस दौरान तेंदुए की मृत्यु हो गयी। वहीं दूसरे का इलाज किया जा रहा हैं।
एसडीओ फारेस्ट सुधीर पटले ने बताया कि तेंदुआ वन्य प्राणी अधिनियम 1972 की अनुसूची में एक प्राणी है, जिसकी मृत्यु पर विधिवत पशु चिकित्सक की देखरेख में एवं उपवन मंडल अधिकारी सुधीर पटले की उपस्थिति में पोस्टमार्टम किया गया। प्रकरण की विवेचना में खेत मालिक रामभरोसे अहिरवार निवासी गुलगांव को गिरफ्तार किया गया है। अन्वेषण के दौरान एक अन्य आरोपी अनिल बेड़ियां निवासी सुखा करार को भी गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार किया और वन्य प्राणी जंगली सुअर के शिकार की नीयत से फंदा का लगाना स्वीकार किया।
वन अमले ने दो आरोपियो को आज न्यायलय में पेश किया गया है।
इसी प्रकार का घटना क्रम परिक्षेत्र गढ़ी के ग्राम किटोरी में भी हुआ, जिसमें फंदे में नर तेंदुआ उम्र लगभग 5 वर्ष फंदे में फंसा मिला। स्टाफ की सूचना पर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीम, वन विहार की टीम और रायसेन वनमण्डल के स्टाफ द्वारा सुरक्षित तेंदुए को रेस्क्यू किया गया, जिसके अग्रिम उपचार के लिए वन विहार नेशनल पार्क भोपाल ले जाया गया, जहां पर इलाज किया जा रहा है।