अगर बकरी का बायीं ओर हुंकारने का स्वर सुनाई दे तो ये अत्यन्त शुभ माना जाता है। ये शकुन सिद्धि का सूचक मानना चाहिए। यह शकुन संकेत देता है कि व्यक्ति की धन, संतान, स्त्री, सम्पत्ति व संतान सम्बन्धित समस्याएं दूर हो होने वाली हैं, लेकिन मार्ग में चलते समय अगर बकरी मिले तो वह नेष्ट फल देने वाला शकुन होगा, इसकी वजह से धन हानि या स्वास्थ्य की हानि की आशंका होगी।
अगर किसी कार्य से घर से निकलते समय बकरी दायीं ओर मिले तो यह शुभ माना जाता है। अगर बकरी अपने मेमने को दूध पिलाती हो और व्यक्ति के दायीं ओर हो तो इसे भी शुभ शकुन समझना चाहिए। यह इस बात संकेत है कि व्यक्ति की खाद्यान्न की समस्या दूर होंगी। अगर बकरी अपने पांव के खुर से अगले भाग की भूमि खोदे तो उससे भी किसी रोग के होने की आशंका होती है। यह भी आशंका होती है कि वह भी किसी जटिल रोग के भंवर में फस जाए। अगर रात्रि के समय बकरी कर्कश स्वर में बोले तो इसे भय सूचक शकुन समझना चाहिए।
अगर बकरी के ऊपर मख्खियां बैठी हो तो यह जल वृष्टि का शकुन है। अगर बकरी प्रसन्नता युक्त हुंकार भरे तो यह बहुत ही लाभदायक होती है। अगर बकरी कपिला हो तो अधिक शुभ होता है, बकरी अगर लाल हो तो न्यून शुभ, श्वेत हो तो शुभ रहती है। काली बकरी के दर्शन से भी अल्प फल की प्राप्ति होती है।
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