लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन विधयेक पारित होने पर कहा कि यह विधयेक लाखों लोगों की आस पर खरा उतरने वाला है। यह एक ऐतिहासिक फैसला है, जिसके लिए मोदी सरकार बधाई की पात्र है। यह मानवता के लिए नयी आस जगाने वाला फैसला है। कई दशकों से पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में यातनाएं सह रहे हिन्दु, बौद्ध, सिख, पारसी, ईसाई व जैन धर्म के लोग अमानवीय जीवन जीने के लिए विवश थे और उन्हें इस नारकीय जीवन से बाहर निकालने के लिए आशा और उम्मीद सिर्फ भारत से थी।
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इधर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने नागरिकता संशोधन विधयेक 2019 के लोकसभा के बाद राज्यसभा में पास होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के अदम्य राजनीतिक साहस से आज देश में नया सबेरा हुआ है। संसद से इस बिल के पास होने से पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में उन अल्पसंख्यकों को जो धार्मिक उत्पीड़न का शिकार हुए है उनकों नागरिकता का अधिकार मिलेगा। उनके जीवन में आज सही मायने में सबेरा हुआ है।
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भारत में शरणार्थी के रूप में रह रहे पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में मूल अधिकारों से वंचित व प्रताड़ित हिन्दु, बौद्ध, पारसी व ईसाई आदि परिवारों को संवैधानिक मान्यता दिलाने का काम करके भाजपा सरकार ने अपनी वचनवद्धता को सिद्ध किया है।
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भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में यह साफ कर दिया था कि धार्मिक रूप से प्रताड़ित पड़ोसी देशों से आने वाले अल्पसंख्यकों को नागरिकता देगी और यह विधेयक भाजपा के घोषणा पत्र के आधार पर ही है। जिसे जनता ने अपना समर्थन दिया है।
उन्होंने कहा कि देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ और जिसकी गुनाहगार कांग्रेस पार्टी है। देश के विभाजन के साथ ही हुए विश्व के सबसे बड़े नरसंहार के पाप से कांग्रेस बच नहीं सकती। कांग्रेस ने आज बिल का विरोध करके देश को गुमराह करने का प्रयास किया है। जबकि सरकार पहले ही आश्वस्त कर चुकी है कि यह बिल किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह बिल धार्मिक रूप से प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का है।