कॉफी एक ऐसा पेय है, जो कि स्मरण शक्ति को बढ़ाने वाला माना जाता है। विशेष तौर पर बुढ़ापे में काफी के सेवन से स्मरण शक्ति बनी रहती है। अगर बुढ़ापे में रोज कॉफी का सेवन किया जाए तो भूलने वाली बीमारी यानी अल्जाइमर्स डिजीज होने का खतरा कम हो जाता है।
माना जाता है कि दैनिक कॉफी के सेवन से यह बीमारी होने की आशंका पचास फीसदी तक घट जाती है, लेकिन हमने आपको कॉफी की चंद खूबियां गिनाई हैं, लेकिन इनके नुकसान भी है, जिनको जानना आपके लिए उतना ही आवश्यक है, जितना इसकी खूबियों का जानना जरूरी है। अफीम के लत से छुटकारा पाने में कॉफी काफी असरकारक होती है। आधे-आधे घंटे के अंतर पर गर्म कॉफी दो पीने से अफीम का नशा उतर जाता है। कुछ सप्ताह तक लगातार कॉफी पी जाए तो अफीम खाने की आदत से भी छुटकारा मिल जाता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए कॉफी हानिकारक होती है, इससे बच्चे का वजन कम होता है। अधिक कॉफी पीने से वीर्य पर भी प्रभाव पड़ता है। वीर्य बतला होता जाता है। ज्ञानतंतु व स्नायु दुर्बल होते है और भूख भी कम लगती है। पाचन शक्ति पर भी इसका नकारात्मक असर होता है। कॉफी पीने से पेशाब अधिक आती है। हां, कॉफी पीने से किसी भी तरह का दर्द कम हो जाता है। कॉफी में कैफीन तत्व होता है, जिसके प्रभाव से दर्द कम होता है। कॉफी पीने से हृदय व सांस की नलियां फैल जाती हैं, जिससे फायदा होता है। विशेष तौर पर तेज खांसी व दमा का दौरा पड़ा हो तो बिना दूध व चीनी की गर्म कॉफी पीयें। इससे फायदा होता है।