घर की रक्षा और पुरानी बीमारी से मुक्ति के लिए आज आपको तांत्रिक उपाय बताने जा रहे हैं, जो कि बहुत ही आसान है, इन उपायों को आप घर बैठे ही अपना कर घर की रक्षा के लिए तंत्र प्रयोग कर सकते हैं। पुरानी बीमारी से मुक्ति के लिए एक तांत्रिक उपाय हम आपको बताने जा रहे हैं, जो कि बहुत ही आसान है। यह उपाय बेशक आपको साधारण प्रतीत होंगे, लेकिन माने जाते हैं प्रभावशाली। इस प्रयोग में मूँज का प्रयोग किया जाता है। इसे मूज, मुंज, स्थूलदर्भ, सुमेखल, बहुप्रज्ञ और तेजन आदि नामों से भी जाना जाता है।
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मूंज – अत्यन्त उपयोगी और महत्वपूर्ण होती है । इसके द्बारा रस्सी भी बनाई जाती हैं, इसका दैनिक जीवन में बहुतायत से प्रयोग किया जाता है। मूंज सरकण्डे ( सरवाहड़ ) के ऊपरी भाग के आंतरिक हिस्से की छाल होती है। सरकण्डा प्राय : रेतीले प्रदेशों में एक झाड़ के रूप में उत्पन्न होता है, जिसकी ऊंचाई लगभग छह फुट तक होती है। पहला तांत्रिक प्रयोग जो हम आपको बताने जा रहे हैं, उसे ऊपरी बाधाओं से घर की रक्षा के लिए प्रयोग किया जाता है। थोड़ी सी मुंज लाकर अपने घर के पूजा – स्थान में रखें और प्रतिदिन उसकी पूजा करते रहें। इससे समस्त प्रकार की ऊपरी बाधाओं से घर की रक्षा होती है। जो दूसरा उपाय हम आपको बताने जा रहे हैं, उससे पुरानी बीमारियों का नाश होता है।
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किसी व्यक्ति को कोई बीमारी हो गई हो और वह बहुत लम्बे समय से ठीक नहीं हो पा रही हो तो मंज का एक कड़ा जैसा बनाकर उसके हाथ में पहना दें। यदि पुरुष हो तो दाहिने हाथ में और यदि महिला हो तो बाँये हाथ में धारण करना चाहिए। ऐसा करने से बीमारी शीघ्र ही ठीक होने लगती है। यह उपाय बहुत ही आसान है, लेकिन इसे प्रभावी माना जाता है। इस बात का आशय यह बिल्कुल न निकाला जाए कि आप इलाज छोड़कर ऐसा करें, रोगी का उपचार भी करें और यह प्रभावशाली उपाय भी पूरे विश्वास से अपनाएं, कामना पूर्ण होगी।
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