हनुमान जी की साधना का महत्व
ये माना जाता रहा है कि सकारात्मक लोग सकारात्मक ऊर्जा के स्रोत की तरफ आकर्षित होते है, नकारात्मक लोग नकारात्मक ऊर्जा के स्रोत की तरफ आकर्षित होते हैं. इसी वजह से लोग सकारात्मक ऊर्जा और नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव में आकर अच्छा या बुरा बर्ताव करते हैं. अच्छे लोगों और दयालु लोगों की संगत में रहने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता हैं. कभी-कभी ऐसा भी होता है कि हम बिना वजह किसी व्यक्ति को सामने देख कर चिड़चिड़े हो जाते हैं या उससे ईष्या करने लगते हैं, ये प्रभाव नकारात्मक ऊर्जा के कारण होता हैं.नकारात्मक उर्जा हमारे मन पटल पर ऐसी चादर डाल देती है, जिसे सकारात्मक उर्जा का प्रभाव बढ़ने पर ही दूर किया जा सकता है, लेकिन जिस व्यक्ति पर नकारात्मक उर्जा का प्रभाव अधिक होता है, वह जल्द ही इसके चंगुल से दूर नहीं होता है, इसके लिए जरूरत होती है भगवत कृपा की। भगवत कृपा तब ही हासिल होती है, जब मनुष्य के कर्म सकारात्मक उर्जा के प्रभाव में आते हैं, इसलिए जरूरी है कि मनुष्य को सकारात्मक मनोवृत्ति वाले व्यक्तियों के साथ समय व्यतीत करना चाहिए।
नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव
नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव में आने से इच्छा शक्ति खत्म होने लगती है, इंसान का आत्मविश्वास खत्म होने लगता है और इन सबका प्रभाव शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं हनुमान जी की साधना करने से नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव को आसानी से खत्म किया जा सकता हैं.
हनुमान मंत्र साधना के नियम
हनुमान मंत्र साधने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और शरीर में चुस्ती, मन में शांति और आत्मा को उत्साह मिलता हैं. हनुमान साधाना करने से पहले कुछ नियमों का पालन करना जरुरी हैं.
हनुमान मंत्र साधना के नियम
हनुमान मंत्र साधने के लिए जो व्यक्ति उसे पढ़ रहा है, उसको साधना करने से पहले सुबह सवेरे नहाकर, शांत मन से साफ़-सफाई, बिना कुछ खाए-पिए, ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए भगवान हनुमान को याद करना चाहिए और हनुमान मंत्र का जाप करना चाहिए.
हनुमान जी की साधना के प्रसिद्ध मंत्र
हनुमान जी के कुछ प्रसिद्ध मंत्र हैं जिनकी साधना करने से समस्त प्रकार के दुःख व संकट हमेशा के लिये नष्ट हो जाते हैं.
मंत्र
ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमित विक्रमाय प्रकटपराक्रमाय महाबलाय सूर्य कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा
प्रस्तुति : धीरेंद्र पांडेय, प्रख्यात ज्योतिषाचार्य, मोबाइल नंबर:945०4477००, ०9919388388
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