वाशिंगटन । नासा के आर्टेमिस कार्यक्रम का लक्ष्य 2024 तक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजना और 2028 तक एक स्थायी प्रयोगशाला स्थापित करना है। अगला कदम अंतरिक्ष यात्रियों को मंगल ग्रह पर भेजने का होगा। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नैशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के प्रमुख जिम ब्रिडेनस्टाइन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका चाहता है कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) सहयोगी के रुप में 2024 के मानवयुक्त चंद्र मिशन में शामिल हो।
श्री ब्रिडेनस्टाइन ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जब हम चंद्रमा पर जा रहे हैं, तो हम अपने सहयोगी आईएसएस को साथ लेने में रुचि रखते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास अपोलो मिशन के लिए ऑस्ट्रेलिया जैसा एक बड़ा सहयाेगी था , इस बार हम चंद्रमा पर जा रहे हैं और हम सहयोगी चाहते हैं, हम बहुत सारे सहयोगी चाहते हैं।
उन्होंने विशेष रूप से रूस के साथ संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया का नाम लिया जो 2024 आर्टेमिस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते है।
2028 तक चंद्रमा पर एक स्थायी प्रयोगशाला स्थापित होगी
सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें।
सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।