लखनऊ। कोरोना आपदा पर दोहरा प्रहार करते हुये उत्तर प्रदेश की योगी सरकार करीब 90 लाख रोजगार का इंतजाम करने के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राज्य को लघु,मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योग (एमएसएमई) का हब बनाने के लक्ष्य के साथ काम शुरू किया गया है। राज्य में नब्बे लाख नयी इकाइयों की स्थापना के साथ इतने ही श्रमिको के लिये रोजगार के अवसर मुहैया कराये जायेंगे। इस सिलसिले में 12 से 20 मई के बीच एक वृहद ऋण मेले का आयोजन किया जायेगा जिसमें नयी एमएसएमई इकाइयां लगाने के इच्छुक लोगों को ऋण सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जहां न सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये कोविड अस्पतालों में 54 हजार बेड है बल्कि सभी 75 जिलों में वेंटीलेटर्स की सुविधा मौजूद है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रविवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में टीम 11 की बैठक में बताया गया कि एमएसएमई इकाइयों की स्थापना के लिये एनओसी में राहत दी जायेगी। सरकार 90 लाख एमएसएमई इकाइयों की स्थापना के लक्ष्य के साथ काम कर रही है जिससे कम से कम 90 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।