सन्ध्या के समय आकाश पर श्याम वर्ण होना चाहिए, लेकिन कभी-कभी इसके रंग में अंतर नजर आता है। इससे हम शकुन विचार कर सकते हैं। यह बहुत ही प्रभावी शकुन विचार माना जाता है।
1- आकाश अगर पीलापन लिए हो तो रोग आदि बढ़ने की आशंका रहती है।
2- आकाश में नीलाहट हो तो वर्षा की सम्भावना जाननी चाहिए।
3- आकाश में लाली हो तो समझना चाहिए कि युद्ध की सम्भावना है।
4- आकाश में सफेदी हो तो किसी प्रकार का भय व्याप्त जानना चाहिए।
5- जब-जब आकाश मंडल पर धूमकेतु का उदय होता है, तो तब-तब राज्य भंग का योग बनता है। रोग आदि के प्रकोप की आशंका बलवती है।
6- पुराणी मान्यता है कि जब-जब जिस देशकाल में लाल आंधी आती है, वहां विनाश का संकेत देती है, जन-धन हानि की संकेत देती है।
7- ग्रह प्रकोप ज्योतिष गणना में यानि आकाश मंडल में सूर्य के समीप जब सभी ग्रह एकत्र हो जाए तो मानना चाहिए कि विष योग बन रहा है, यह राज्य के लिए बिल्कुल भी शुभ नहीं माना जाता है। जिसकी जन्म कुंडली में यह योग हो तो अशुभ ही होता है।
आंधी का शकुन
किसी भी कार्य के लिए प्रस्थान करते समय या किसी शुभ कार्य के आरम्भ में आंधी उठ आएं तो यह भी अशुभ संकेत जानना चाहिए। यदि आकाश में लाल आंधी चले तो समझना चाहिए, देश में अनिष्ट होने की आशंका है।