अयोध्या जन्मभूमि पूजन: …….कण कण में राम

0
628

कमल वी सागर

राममय अयोध्या जन्मभूमि पूजन को सज सवर कर हो गई तैयार,  राममय कण कण है………..मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अनंत हैं, अविनाशी हैं। उनकी सम्पूर्ण गाथा को लिपिबद्ध करना आसान नहीं रहा होगा। तमाम रचनाकारों ने अपने-अपने बुद्धिबल के अनुसार उनकी पावन गाथा का वर्णन किया है। श्री राम ने जीवन के हर पड़ाव में आदर्श के उच्च मापदंड स्थापित किए हैं, वे अतुलनीय और अकल्पनीय है, इसलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए जाते हैं।

Advertisment

 

 

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here