यदि आपके बच्चे के विद्या अध्ययन में बाधा आ रही है और वह पढ़ाई में कमजोर है अथवा उसकी रुचि नहीं है तो आप इस पावन और शक्तिशाली मंत्र का प्रयोग कर सकते हैं। इस पावन मंत्र के प्रभाव से आपका बच्चा शिक्षा के प्रति आकृष्ट होगा और विद्या अर्जन का मार्ग प्रशस्त होगा। भगवान श्री राम के प्रति पूर्ण आस्था रखकर इस मंत्र का जप करना चाहिए। भाव सहित जप करना श्रेयस्कर होता है। आरम्भ में प्रथम पूज्य गणपति का ध्यान व पूजन करें, फिर विद्या की देवी माता सरस्वती का ध्यान करें। फिर निम्न उल्लेखित विधि के अनुसार संशय रहित होकर जप करें। पूर्ण क्रिया का पालन करें। श्री राम की कृपा से कार्य सिद्ध होगा। जय श्री राम।
मंत्र है-
गुरु गृह गए पढ़न रघुराई।
अलप काल विद्या सब आई।।
मंत्र को सिद्ध करने की विधि-
काँसे की कटोरी में केशर की स्याही से इस मंत्र लिखकर अपने समक्ष रख लें। रुद्राक्ष की माला पर 1०8 बार इस मंत्र को बढ़ें। फिर कटोरी में दूध डालकर मीठा मिलायें। विद्यार्थी को पिला दें। इस क्रिया को 21 दिन तक करना चाहिए। विद्या प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। इस मंत्र के प्रयोग से विद्या प्राप्त होती है।
बच्चा पढ़ाई में कमजोर हो तो ऐसा करें, मिलेगा विद्याधन
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