बच्चों के पेट फूलने की समस्या आम है। इसका असरदायक उपचार तुलसी से संभव है। बच्चों के पेट फूलने पर तुलसी का स्वरस अवस्थानुसार दो माशा तक पिलाया जाए तो बच्चे को तत्काल आराम मिलता है।
दांत निकलते समय बच्चे को जोर के दस्त शुरू हो जाते है। यह एक आम समस्या है। इसका निदान आयुर्वेद में वर्णित किया गया है। ऐसा होने पर तुलसी के पत्तों का चूर्ण अनार के शरबत में देना अत्यधिक लाभप्रद रहता है।
Advertisment
इससे बच्चे को तत्काल राहत मिलती है। यह दोनों की उपाय अत्यन्त असरकारक माने जाते हैं। आयुर्वेद में तुलसी को प्रबल एंटीबायटिक माना गया है। चूंकि बच्चों के उपचार के मामले में सतर्कता बरतनी चाहिए, इसलिए यह घरेलू नुस्खे बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें।
सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।