भगवती दुर्गा के इस मंत्र जप से मिलेगा अतुल्य वैभव

0
4297

भगवती दुर्गा की कृपा जिस जीव पर हो जाती है, वह जन्म मरण के चक्र से मुक्ति पा लेता है। ऐसी भगवती दुर्गा प्रसन्न होने पर भक्तों के संकटों को नष्ट कर देती हैं और क्रुद्ध होने पर सम्पूर्ण वैभवों का नाश कर देती हैं। भगवती दुर्गा के अनेकानेक रूप हैं, नाम हैं, जिनके स्मरण मात्र से जीव के संकट दूर हो जाते हैं। आज हम आपको ऐसा ही शक्तिशाली मंत्र बताने जा रहे हैं, जिसके जप से भक्त को अर्थ-धर्म-काम व मोक्ष की प्राप्ति होती है। उनकी कृपा से जीव का हमेशा ही कल्याण होता है, यह बात शास्त्रोक्त है और अनुभव में भी आई है।

भगवती दुर्गा का श्रद्धा व भक्ति से नमन किया जाए तो जीव को अतुल्य सुख व आनंद की प्राप्ति होती है। उसे आलौकित अनुभूतियां भी होती हैं, जिनका वर्णन संभव नहीं है।

Advertisment

श्री दुर्गा जी के अष्टाक्षर जप मंत्र

ऊॅँ ह्रीं दुं दुर्गायै नम:।।
इस मंत्र का प्रतिदिन 11 माला जप करना चाहिए। इसके बाद एक माला मंत्र जप करते हुए घी से भीगे रक्त पुष्प यानी लाल फूल से होम करें। जवाकुसुम यानी गुड़हल का फूल देवी जी को अतिप्रिय है। ऐसा करने से भक्त को धन-सम्पत्ति और यश- मान की प्राप्ति होती है। उसकी कीर्ति दसों दिशाओं में फैलती है।

यह भी पढ़ें – आदि शक्ति के शक्तिपीठ की महिमा है अनंत

यह भी पढ़ें –नवदुर्गा के स्वरूप साधक के मन में करते हैं चेतना का संचार

यह भी पढ़ें –शुक्रवार व्रत कथाएं : सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं शुक्रवार के व्रत से

यह भी पढ़ें –पवित्र मन से करना चाहिए दुर्गा शप्तशती का पाठ

यह भी पढ़े- माता वैष्णो देवी की रहस्य गाथा और राम, स्तुति मंत्र

यह भी पढ़ें –आदि शक्ति दुर्गा के नौ स्वरूपों में से महाकाली अवतार की रहस्य गाथा और माया का प्रभाव

यह भी पढ़ें – वैदिक प्रसंग: भगवती की ब्रह्म रूपता ,सृष्टि की आधारभूत शक्ति

यह भी पढ़े- इस मंत्र के जप से प्रसन्न होते हैं बृहस्पति देव, जानिए बृहस्पति देव की महिमा

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here