भोजन खाने के अंत में हमारी मीठा खाने व परोसने की परम्परा हमेशा से रही है। यह परम्परा यूं तो अर्थहीन प्रतीत होती है, लेकिन वास्तव में इसका अपना ही महत्व होता है।
खाने के अंत में मीठा खाने का स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। पाचन प्रक्रिया पर इसका सकारात्मक प्रभाव होता है। आमतौर पर हम मिर्च-मसाले वाला भोजन खाते हैं। जिससे पाचन तंत्र और अम्ल सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में हम भोजन के अंत में मीठा खाकर पाचन प्रक्रिया में सहयोग करते हैं।
भोजन के अंत में मीठा खाने का वैज्ञानिक तर्क यह है कि तीखा खाने से हमारे पेट के अंदर पाचन तत्व और अम्ल सक्रिय हो जाते हैं। इससे पाचन तंत्र ठीक तरह से संचालित होता है। भोजन के अंत में मीठा खाने से अम्ल की तीव्रता कम हो जाती है। इससे पेट में जलन नहीं होती है, जो कि हमे अच्छा महसूस कराता है और अम्ल की जलन से भी बचाता है।