बिल्ली कब है शुभ, जानिए

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बिल्ली को आम तौर पर अशुभ जन्तु माना जाता है। बिल्ली को लेकर तमाम भ्रांतियां समाज में फैली हुई है, हालांकि इसमें पूर्ण सत्यता नहीं है। हर प्राणी शकून व अपशकुन देता है, लेकिन फिर भी जाने क्यों बिल्ली को ही अशुभ मानने की भ्रांति समाज में फैली हुई है। अब बात करते हैं कि बिल्ली से मिलने वाले शकुन-अपशकुन को लेकर।

आम तौर पर बिल्ली के आगे आने को कुछ विद्बान अशुभ मानते हैं। अगल बिल्ली आगा काट ले तो इसे विघ्नकारक माना जाता है। कुछ विद्बान मानते हैं कि बिल्ली का आगा काटना तभी अशुभ होता है, जब वह बायीं ओर से दायीं ओर काटे, अन्यथा इसे खराब नहीं मानते हैं।

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अगर बिल्ली घर में आकर शीघ्र ही बाहर चली जाए तो यह इस बात का संकेत है कि घर में रोगनाश होगा। घर के शत्रुओं का नाश होगा। अगर आप यात्रा के लिए निकल रहे है और बिल्ली आहार लेकर सामने आए तो इसे शुभ समझना चाहिए। अगर मुख में मांस भरे हुए बिल्ली आये तो इसका सामान्य फल समझना चाहिए, लेकिन मुख में मांस लिए बोले तो इसे शुभ समझना चाहिए। अगर बिल्ली खाली मुख बोले तो इसे शुभ नहीं माना जाता है।

अगर दो बिल्लियां आपस में लड़ते दिखे तो यह शुभ नहीं होती है। यह अपयश का संकेत है। अगर किसी कार्य को जाते समय बिल्ली बायीं ओर दिखे तो यह शुभ माना जाता है। इसी तरह से लौटते समय दायीं तरफ दिखाई दे तो यह शुभ माना जाता है। अगर रात्रि के समय सोेते समय बिल्ली ऊपर आ गिरे तो यह शकुन मृत्युकारक बताया गया है। अगर कोई बिल्ली किसी मनुष्य के पांव सूंघ्ो तो उसका स्वास्थ्य खराब हो सकता है।

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बिल्ली किसी के माथे को चाटे तो उसे राज भय की आशंका रहती है या पत्नी से बिछोह हो सकता है। अगर किसी स्त्री के मस्तक को चाटे तो यह उसके पति के लिए भी घातक माना जाता है। अगर बिल्ली किसी स्त्री के हृदय को चाटे तो पुत्र को और पांव को चाटे तो श्वसुर के लिए अनिष्टकारी माना जाता है।

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