बिल्ली कब शुभ और कब अशुभ

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बिल्ली को लेकर तमाम भ्रांतियां हैं, आबादी वाले क्ष्ोत्रों में देख्ो जाने वाला बिल्ली आम पशु है। बिल्ली के दर्शन और स्वर को लेकर तमाम भ्रांतियां हैं। हम उन्हें दूर करने का प्रयास करते हैं। आइये जानते है, बिल्ली से सम्बन्धित शकुन-अपशकुन के बारे में
– हर मौके पर बिल्ली की छींक अत्यन्त हानिप्रद मानी जाती है।
– कही जाते समय अगर बिल्ली रास्ता काट जाए तो प्राचीन काल से ही माना जाता रहा है कि यह अशुभ होता है। इस शकुन के शुभ होने के कोई संकेत अभी तक प्राप्त नहीं हुए हैं। यह अशुभ ही सिद्ध हुआ है।
– यदि बिल्ली किसी का पांव सूंघ्ो तो अशुभ ही रहता है।
– अगर किसी सोते हुए व्यैिक्त पर बिल्ली गिर पड़े तो शास्त्रों में बताया गया है कि मृत्यु भयकारक होती है।
– बिल्ली मार्ग काट जाए तो दुर्घटना की आशंका रहती है।
– प्रस्थान करते समय बिल्ी मुंह में मांस का टुकड़ा लेकर दिखाई दे तो शुभ रहता है।
– बिल्ली किसी स्त्री के सिर पर पंजा मार दे तो उसके नाती-पोतों पर संकट होता है।

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– घर में बिल्ली कका बियाना यानी बच्चों को जन्म देना शुभ रहता है। अनुभव में यह भी आया है कि जो लिंग बिल्ली पैदा करती है, वहीं उस घर में खुशी प्रदान करता है। अग आपको काली बिल्ली की जेर मिल जाए तो सम्भाल कर धूप दीपा आदि करके रख लें। इसकी प्राप्ति से अत्यन्त धन की प्राप्ति होती है। किसी के किये-कराये का दोष नहीं लगता है। हर बाधा का निराकरण होता है।
– बिल्ली का पालना शुभ नहीं होता है।
– काली बिल्ली अत्यन्त अशुभ मानी गई है।
– घर में बिल्ली चोरी से दूध पी जाए तो शुभ नहीं होता है।
– बिल्ली का रोना शुभ नहीं होता है।
– बिल्ली का झगड़ना अशुभ होता है।
– बिल्ली का शांत स्वभाव में केवल बाईं ओर दृष्टिगोचर होना शुभ रहता है।
– मान्यता यह है कि दीपावली वाले दिन यदि बिल्ली घर में प्रवेश करती है तो उसे शुभ माना जाता है। उसे भगाना नहीं चाहिए।

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