छात्रों की बेरहमी से पिटाई करने वाले फादर पर मुकदमा

0
3381

कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद में मशहूर सेंट थ्रेसस स्कूल के प्रधानाचार्य फादर जॉन जोसफ कटापल्ली के खिलाफ पुलिस ने छात्रों को बेरहमी से पीटने के मामले में गुरुवार को मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक को पीड़ित छात्रों के अभिभावकों ने बुधवार को अपनी शिकायत सौंपी थी। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर पडरौना पुलिस ने सुसंगत धाराओं के तहत आपराधिक मुकदमा दर्ज कर लिया है। गौरतलब है कि स्कूल के टूर पर नैनीताल गये छात्रों द्वारा फादर जॉन के आदेश पर अपने मोबाइल फोन जमा नहीं करने के कारण बच्चों की इतनी पिटाई की गयी कि दो छात्रों को इलाज के लिये लखनऊ के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जहां वे जिन्दगी और मौत से जूझ रहे है।

पीडित छात्रों के अभिभावकों ने बुधवार को इस मामले की शिकायत पहले पुलिस से की, मगर जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तब उन्होंने पुलिस अधीक्षक को तहरीर देकर मामला दर्ज कराने की गुहार लगायी।
छात्रों का आरोप है कि प्रधानाचार्य ने छात्रो को इस घटना की शिकायत अपने घर पर नहीं करने की हिदायत देते हुए धमकी दी है शिकायत करने वाले छात्रों को स्कूल से बेदखल कर दिया जायेगा। यह स्कूल पडरौना नगर के भरवलिया में स्थित है। विद्यालय द्वारा 10वीं और 12वीं के छात्रों को 7500 रुपये फीस लेकर टूर पर नैनीताल ले जाया गया। टूर में कुछ छात्र अपने साथ मोबाइल फोन लेकर गये थे, तााकि वे अपने अभिभावकों से बात कर सकें। स्कूल के प्रधानाचार्य फादर जाॅन ने छात्रों को मोबाइल फाेन जमा कराने को कहा। ऐसा नहीं करने पर उन्होंने छात्रो की बेरहमी से पिटाई कर दी। छात्रों का आरोप है कि फादर ने उनके मोबाइल फोन तोड़ दिये।

Advertisment

पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दिये गये शिकायती पत्र के अनुसार 08 अक्टूबर को विद्यालय कैम्पस से फादर जान सहित कुल नौ अध्यापकों के साथ 96 छात्र नैनीताल टूर पर गये थे। अगले दिन नैनीताल पहुंचने के बाद अध्यापकों ने सभी बच्चों से मोबाइल जमा करने का निर्देश दिया। जिसके अनुपालन में बीस छात्रों ने अपने फाेन जमा कर दिये। इसी बीच वहांं पहुंचे फादर जान उन्हें बेरहमी से पीटने लगे। पिटाई से 16 वर्षीय आर्दश पाण्डेय व रितुराज जायसवाल बेहोश होकर गिर गये। वहीं मनोज पाण्डेय व आदित्य धनराज गंभीर रूप से घायल हो गये। जिनका लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here