छींक, कौवे व छिपकली से अपशकुन मिले तो क्या करना चाहिए। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं। छींक, कौवे व छिपकली से हमे अक्सर ही संकेत प्राप्त होते हैं, लेकिन हम समझ नहीं पाते हैं कि हमे क्या करना चाहिए, जिससे अशुभता का नाश हो और शुभता प्राप्त हो। आइये, जानते है कि हमे अशुभ संकेत मिलने पर क्या करना चाहिए? जिससे अशुभता का नाश हो जाए।
छींक-
जब किसी को छींक आए तो छींक करके ऊॅँ शांति- शांति-शांति…… का जप करके चुटकी बजानी चाहिए। कन्या, वैश्या, रजस्वाला, धोबिन, विधवा, हरिजन स्त्री की छींक अक्सर अशुभ ही फल देती है। इनके द्बारा छींक का शकुन होने पर यात्रा का प्रसंग स्थगित कर देना चाहिए। शकुनार्थी को यदि छींक से अशुभ शकुन मिले तो उसे घर वापस आकर उपरोक्त मंत्र का जप करके जल पीना चाहिए। इसके बाद चप्पल उतार करके अदल-बदल कर पहने, फिर सही ढंग से पहन कर प्रस्थान कीजिए। साथ ही अपने ईष्ट देव का ध्यान भी कर लेना चाहिए।
कौवे-
जब कौवे का कोई अशुभ शकुन मिले तो अपने इष्ट का ध्यान करके पूजन करना चाहिए। पुराने वस्त्र दान में देने चाहिये। तिल का तेल दान करना चाहिये।
छिपकली-
जब छिपकली शरीर पर गिरकर अशुभता का शकुल दे तो स्नान करना चाहिए। इसके बाद मंदिर में देवी-देवताओं का दर्शन-पूजन करें।