धर्मो रक्षति रक्षितः…….. समझने की जरूरत

धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्॥ इस श्लोक में बताया गया है कि धर्म की जो रक्षा करता है धर्म भी उसकी रक्षा करता है और जो धर्म को नष्ट करता है धर्म उसे नष्ट करता है। धर्मो रक्षति रक्षितः। 【यदि हम धर्म की रक्षा करते हैं … Continue reading धर्मो रक्षति रक्षितः…….. समझने की जरूरत