लंदन – पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल हसी ने कहा है कि भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी को हार पर गम मनाने की आदत नहीं है।
बता दें कि हसी ने सबसे पहले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में धोनी के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया था, दोनों की आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए साथ खेले थे। वर्तमान में हसी सीएसके के बल्लेबाजी कोच हैं।
हसी ने कहा, ” धोनी में एक बड़ी क्षमता यह है कि वह बहुत लंबे समय तक हार नहीं मानते। हां, अन्य खिलाड़ियों की तरह वह निराश जरूर होते हैं, लेकिन बहुत जल्दी ही वह निराशा से बाहर निकलकर अगले मैच की ओर देखने लगते हैं।”
उन्होंने कहा कि धोनी और रिकी पोटिंग में यही समानता है। चाहे वह अच्छा कर रहे हैं हो या बुरा कर रहे हों,जल्दी हार नहीं मानते और यही गुण खिलाड़ियों को महान बनाता है।
आईपीएल यदि 29 मार्च से शुरू होता तो सीएसके और मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल के शुरुआती मैच में 29 मार्च को धोनी क्रिकेट के मैदान पर लौटने के लिए तैयार थे। उनके नेतृत्व में चेन्नई ने तीन बार आईपीएल ट्रॉफी उठाई है।
हालांकि, कोरोनावायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित दिया गया था। 38 वर्षीय धोनी वर्तमान में खेल से कुछ समय के लिए दूर हैं। उन्होंने आखिरी बार 2019 विश्व कप के दौरान प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेला था। विश्व कप में धोनी को भारत के मैचों के दौरान धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था।
इस साल की शुरुआत में, धोनी को बीसीसीआई की केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची में जगह नहीं मिली। बोर्ड ने अक्टूबर 2019 से सितंबर 2020 तक की अवधि के लिए खिलाड़ियों की केंद्रीय अनुबंध सूची जारी की थी।
धोनी सभी प्रमुख आईसीसी ट्रॉफी (50 ओवर विश्व कप, टी 20 विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी) जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं। उनके नेतृत्व में, भारत टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक रैंकिंग हासिल करने में भी कामयाब रहा है।