भगवान विष्णु के धन-वैभव के फलदायी मंत्र

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भगवान विष्णु जगत का पालन करने वाले हैं। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु का स्मरण कर ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करना फलदायी रहता है।  भगवान विष्णु का स्वरूप शांत और आनंदमयी है। भगवान विष्णु का श्रीहरि विष्‍णु के विविध मंत्र हैं, जिनका जाप कर धन-वैभव एवं संपन्नता में वृद्धि की जा सकती है।

शास्त्रों के अनुसार नियमित रूप से अगर विष्णु मंत्र का जप किया जाए, तो फलदायी होता है। खासतौर से वैशाख, कार्तिक और श्रावण में विष्णु की अराधना करना और भी फलयादी होता है।

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!! लक्ष्मी विनायक मंत्र !!

“दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया, लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।”

यह मंत्र भगवान विष्णु के गणेश रूप, लक्ष्मी विनायक की स्तुति करता है। धन-वैभव और समृद्धि प्राप्ति के लिए इसका जाप करना शुभ माना जाता है।

विष्णु के पंचरूप मंत्र :-

  • ॐ अं वासुदेवाय नम: !!
  • ॐ आं संकर्षणाय नम: !!
  • ॐ अं प्रद्युम्नाय नम: !!
  • ॐ अ: अनिरुद्धाय नम: !!
  • ॐ नारायणाय नम: !!

ये मंत्र भगवान विष्णु के पांच रूपों – वासुदेव, संकर्षण, प्रद्युम्न, अनिरुद्ध और नारायण की स्तुति करते हैं। इनका जाप करने से धन-वैभव, समृद्धि, और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

 

श्री ह्रीं कार्तवीर्यार्जुन मंत्र:

  • “ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान।
    यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्‍टं च लभ्यते।।”

“ॐ ह्रीं कार्तवीर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्‍टं च लभ्यते।।”

यह मंत्र भगवान विष्णु के अवतार, परशुराम की स्तुति करता है। समृद्धि प्राप्ति के लिए इसका जप करना लाभकारी है।

सरल जाप :-

  • ॐ नमो नारायण।
  • श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।।

इनका जप करने से मन शांत होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे धन-वैभव प्राप्ति में सहायता मिलती है।

धन-वैभव एवं संपन्नता पाने का विशेष मंत्र :-

“ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर।
भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।”

यह मंत्र भगवान विष्णु से धन-वैभव और समृद्धि प्रदान करने की प्रार्थना करता है।

शीघ्र फलदायी मंत्र :-

  • श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
    हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।

 विष्णु स्तोत्र:

  • “ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि।
    तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।”

“ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।”

यह विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का एक श्लोक है। भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने और धन-वैभव में वृद्धि के लिए इसका जाप करना लाभकारी माना जाता है।

!! #ॐ विष्णवे नम: !!

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