गला बैठना
गला बैठ जाए, गले में ललाई या सूजन हो जाए तो ताजा पानी या गर्म पानी में नीबू निचोड़कर नमक डालकर तीन बार गरारे करने से लाभ होता है।
नकसीर ( एपिसटेक्सिस )
( 1 ) नीबू के रस की चार बूँद जिस नथुने से रक्त आ रहा हो, उसमें डालने से तुरन्त रक्त आना बन्द हो जाता है।
( 2 ) मूली पर नीबू निचोड़कर, नित्य खाते रहने से बार – बार नकसीर आना बन्द हो जाता है।
( 3 ) आँवला , अंगूर , गन्ना , नीबू में से किसी एक के रस की चार बूँद नाक में डालने से नकसीर आना बन्द हो जाता है।
( 4 ) पानी में मिश्री घोलकर तीन बूँद नाक में डालने से नाक से रक्त आना बन्द हो जाता है।
साँस फूलना
नीबू के रस को शहद में मिलाकर चाटने से बच्चों का साँस फूलना बन्द हो जाता है।
मोटापा कम कैसे करें
( 1 ) एक नीबू, नमक, पाव भर गुनगुने पानी में मिलाकर भूखे पेट प्रातः पीने से मोटापा कम होता है। यह लगातार एक दो माह लें। यह गर्मी के मौसम में ज्यादा उपयोगी है। यदि शहद भी मिलायें तो ज्यादा अच्छा है। इसके बाद दिन में जब भी प्यास लगे, पानी में नीबू, शहद मिलाकर यें। शहद मिलायें तो नमक न मिलायें।
( 2 ) 3 माह सुबह शाम भूखे पेट नीबू का पानी पीने से मोटापा घटता है।
( 3 ) 125 ग्राम पानी उबालकर जब गुनगुना रह जाये तब तीन – तीन चम्मच नीबू का रस तथा शहद मिलाकर पियें। मोटापा कम होगा। यह भूखे पेट दो महीने पियें। भोजन एक बार करें। कसरत, योग, प्राणायाम नित्य करें। चोकर की रोटी, हरी सब्जियाँ खायें। शाम को फलाहार करें। भोजन के तुरन्त बाद जितना तेज गर्मागर्म पानी पिया जा सके, दो माह पियें।