अगर गायों का बायीं ओर हुंकारने का स्वर सुनाई दे तो ये अत्यन्त शुभ माना जाता है। ये शकुन सिद्धि का सूचक मानना चाहिए। यह शकुन संकेत देता है कि व्यक्ति की धन, संतान, स्त्री, सम्पत्ति व संतान सम्बन्धित समस्याएं दूर हो होने वाली हैं, लेकिन मार्ग में चलते समय अगर गाय मिले तो वह नेष्ट फल देने वाला शकुन होगा, इसकी वजह से धन हानि या स्वास्थ्य की हानि की आशंका होगी।
यह भी पढ़ें – काशी विश्वनाथ की महिमा, यहां जीव के अंतकाल में भगवान शंकर तारक मंत्र का उपदेश करते हैं
अगर किसी कार्य से घर से निकलते समय गाय दायीं ओर मिले तो यह शुभ माना जाता है। अगर गाय अपने बछड़े को दूध पिलाती हो और व्यक्ति के दायीं ओर हो तो इसे भी शुभ शकुन समझना चाहिए। यह इस बात संकेत है कि व्यक्ति की खाद्यान्न की समस्या दूर होंगी। अगर गाय अपने पांव के खुर से अगले भाग की भूमि खोदे तो उससे भी किसी रोग के होने की आशंका होती है। यह भी आशंका होती है कि वह भी किसी जटिल रोग के भंवर में फस जाए। कुछ विद्बान गाय के भूमि खोदने को रोग का कारण नहीं मानते हैं। उनका मानना है कि उस स्थान धन होने की सूचना है, हालांकि ऐसा मानना वाले कम ही विद्बान है, इसलिए पूर्व में दिए गए मत को स्वीकार करना चाहिए।
यह भी पढ़ें- जानिए, गाय का झुंड का बैठना, काले वस्त्र दिखना, ठोकर लगने और शहद का छत्ता देखना शुभ है या अशुभ
अगर रात्रि के समय गाय कर्कश स्वर में बोले तो इसे भय सूचक शकुन समझना चाहिए। अगर गाय के ऊपर मख्खियां बैठी हो तो यह जल वृष्टि का शकुन है। अगर गाय प्रसन्नता युक्त हुंकार भरे तो यह बहुत ही लाभदायक होती है। अगर गाय कपिला हो तो अधिक शुभ होता है, गाय अगर लाल हो तो न्यून शुभ, श्वेत हो तो शुभ रहती है। काली गाय के दर्शन से भी अल्प फल की प्राप्ति होती है।
यह भी पढ़ें- गाय के मूत्र से करें ऐसे कैंसर का उपचार
यह भी पढ़ें- नशे से मुक्ति चाहिए तो करें गाय के दूध का सेवन, गाय के दूध में होता है स्वर्णाक्षर
यह भी पढ़ें- गौ माता करेगी एड्स से रक्षा
यह भी पढ़ें- प्रयागराज की माँ कल्याणी ललिता देवी शक्तिपीठ की महिमा, मिलाता है अतुल्य पुण्य
यह भी पढ़ें –संताप मिटते है रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के दर्शन-पूजन से
यह भी पढ़ें – यहां हुंकार करते प्रकट हुए थे भोले शंकर, जानिए महाकाल की महिमा
यह भी पढ़ें – वैैष्णो देवी दरबार की तीन पिंडियों का रहस्य
यह भी पढ़ें – जानिए, क्या है माता वैष्णवी की तीन पिण्डियों का स्वरूप
यह भी पढ़ें – जाने नवरात्रि की महिमा, सभी मनोरथ सिद्ध करती हैं भगवती दुर्गा
यह भी पढ़ें –नवदुर्गा के स्वरूप साधक के मन में करते हैं चेतना का संचार
यह भी पढ़ें – राहु की शांति के असरदार टोटके व उपाय
यह भी पढ़े- इस मंत्र से प्रसन्न होते हैं केतु, जानिए केतु की महिमा
यह भी पढ़े- सोलह संस्कार क्या हैं, जानिए महत्व व उम्र
यह भी पढ़ें – बृहस्पति की शांति के अचूक टोटके व उपाय