पेटू – पेटू व्यक्ति से मिलने का स्वप्न आने वाली आपत्ति का सूचक है। परन्तु द्रष्टा के स्वयं पेटू बन जाने का सपना अच्छा है और बताता है कि उसके भाग्य में समृद्ध होना लिखा है। ऐसा स्वप्न विवाहित स्त्री के लिए भी अच्छा है, वह पुत्र को जन्म देगी। यदि कुमारी ऐसा सपना देखे तो उसका विवाह किसी धनी पुरूष के साथ होगा। परन्तु रोगियों और वृद्धों के लिए ऐसा स्वप्न देखना भयंकर बीमारी अथवा मृत्यु का संकेत है।
बकरा या बकरी– एक या अनेक बकरियों को सपने में देखना बताता है कि वह शीघ्र ही सन्तान व सम्पत्ति से सम्पन्न होगा। काली बकरी को देखना विशेष रूप से शुभ है और विषय सुख का द्योतक है। यदि दो बकरे लड़ते हुए दीखें तो द्रष्टा को यह तय करने में उलझन होगी कि कौन सा उद्योग या काम करें। यदि कोई कसाई देखे कि कोई बकरा उसे टक्कर मार रहा है तो इसका अर्थ यह है कि वह आनन्द का जीवन बितायेगा। यदि कोई विवाहित स्त्री बकरी देखे तो उसे पेट की बीमारी के लिए डाक्टरी सहायता की आवश्यकता होगी।
देवी– स्वप्न में देवी का दीखना उद्योग में सफलता का सूचक है। यदि कोई स्त्री सपने में देवी से बात करती है तो उसे सब प्रकार से आनन्द और सुख प्राप्त होगा। यदि देवी क्रुद्धावस्था में दौखती है और द्रष्टा को डाटती है तो वह बुरा है। द्रष्टा या उसके परिवार के किसी छोटी आयु के सदस्य को शारीरिक हानि पहुचेगी। यदि देवी किसी को अपना गोद में ले लेती है या उसे ताज पहनाती है तो उसका नाम और प्रसिद्धि होगी। तथा उसकी पद – वृद्धि भी होगी। दीर्घकालीन रोगी यदि मन्दिर में देवी की पूजा करने का स्वप्न देखें तो उसके लिए बहुत अच्छा है। उसे शीघ्र ही उसे लम्बी बीमारी से मुक्ति मिल जायेगी। यदि दिखने वाली देवी कोई हथियार छोड़ जाय तो समझो द्रष्टा को अपने शत्रुओं से भयंकर युद्ध करना पड़ेगा।
सोना – सांना दीखना असफलता का द्योतक है। यदि किसी स्त्री को सोना खोने का सपना दीखता है तो उसके आभूषणों की संख्या बढ़ेगी। किन्तु यदि उसे कोई सोना भेंट में दे तो हानि का सूचक है।