- नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे’ का भाव संजोए निरंतर राष्ट्रवाद को बल देता विश्व का सबसे बड़ा गैर-सरकारी स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्वयंसेवकों के अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाना जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जिसे हम संघ या आरएसएस कहकर पुकारते हैं, अपने स्वयंसेवकों में निपुणता, कौशल और गुणात्मकता बढ़ाने के साथ ही समाज को अपने साथ जोड़ने हेतु विविध गतिविधियां करता रहता है। पथ संचलन उनमें से एक है।
अपने इसी प्रयास के क्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अवध प्रान्त के द्वारा गुणात्मक पथ संचलन का आयोजन आज दिनांक 15 दिसम्बर, 2024 को किया गया। गुणात्मक संचलन का प्रारम्भ सेक्टर-क्यू, अलीगंज स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर से किया गया और संचलन सेक्टर-क्यू चैराहा, इंजीनियरिंग कालेज, टेढ़ी पुलिया चैराहा, सब्जी मंडी और सेक्टर-एन से होता हुआ पुनः सरस्वती विद्या मन्दिर में आकर समाप्त हुआ। इस संचलन में सीतापुर, बिसवां, लखीमपुर, गोला, रायबरेली, लालगंज, लखनऊ, उन्नाव हरदोई, संडीला, बहराइच, नानपारा, श्रावस्ती, गोंडा, नन्दनी नगर, बलरामपुर, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, बाराबंकी, रामसनेही घाट, लवकुश नगर आदि जिलों से स्वयंसेवक सम्मिलित हुए।
समाज के लोगों ने पथ संचलन में भाग ले रहे स्वयंसेवकों का स्वागत पुष्पवर्षा के द्वारा किया। सधे हुए घोष वादकों द्वारा घोष का प्रदर्शन बहुत ही उत्कृष्ट था। रास्ते में हजारों लोगों ने संचलन का भाव-विभोर होकर स्वागत किया। संचलन में 544 गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य प्रेम जी, प्रान्त प्रचारक प्रमुख यशोदानन्द जी, सह प्रान्त प्रचारक संजय जी, सह प्रान्त कार्यवाह संजय जी, प्रान्त शारीरिक प्रमुख भगवान सहाय जी, प्रान्त घोष प्रमुख नीलकंठ जी, प्रान्त के सह घोष प्रमुख संतोष जी, विभाग प्रचारक अनिल जी, विभाग शारीरिक प्रमुख धीरेन्द्र जी प्रमुखता से उपस्थित रहे।