अप्रैल 2025 में ग्रहों की वर्तमान स्थिति का विश्व पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ रहा है। प्रमुख ज्योतिषीय घटनाएँ और उनका प्रभाव निम्नलिखित हैं:
सूर्य और बृहस्पति का सेक्स्टाइल (6 अप्रैल 2025)
6 अप्रैल को मेष राशि में स्थित सूर्य ने मिथुन राशि में स्थित बृहस्पति के साथ सेक्स्टाइल बनाया। यह संयोग साहस, विस्तार और आशावाद को बढ़ावा देता है, विशेषकर संचार और बौद्धिक गतिविधियों में। मेष, मिथुन, कर्क और धनु राशि के जातकों के लिए यह समय नए प्रोजेक्ट शुरू करने और व्यक्तिगत विकास के लिए अनुकूल है।
बुध का मार्गी होना और रेट्रोशेड अवधि (7 अप्रैल 2025)
7 अप्रैल को मीन राशि में बुध वक्री से मार्गी हुआ, लेकिन इसके पश्चात दो सप्ताह की “रेट्रोशेड” अवधि रहती है, जो 26 अप्रैल तक चलती है। इस दौरान बड़े निर्णय लेने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और आत्म-विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
तुला राशि में पूर्णिमा (12 अप्रैल 2025)
12 अप्रैल को तुला राशि में पूर्णिमा है, जो संबंधों और साझेदारियों पर ध्यान केंद्रित करती है। यह समय व्यक्तिगत और व्यावसायिक संबंधों में संतुलन स्थापित करने का है।
मंगल का सिंह राशि में गोचर (17 अप्रैल 2025)
17 अप्रैल को मंगल ग्रह सिंह राशि में प्रवेश करेगा, जिससे नवाचार और नेतृत्व की भावना में वृद्धि होगी। यह समय आत्म-विश्वास बढ़ाने और नए उपक्रमों में सक्रियता दिखाने के लिए उपयुक्त है।