इस वर्ष लगेंगे छह ग्रहण, हलचल-प्राकृतिक आपदाओं- सीमा विवाद से जुझेगी दुनिया

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इस वर्ष देश में छह ग्रहण लग रहे हैं, जो अपना प्रभाव देश-दुनिया पर डालेंगे। ज्योतिष क्षेत्र के जानकारों का मानना है कि पिछले वर्ष के अंत में हुए सूर्य ग्रहण से ऐसे योग बने थे, जिनके प्रभाव से दुनिया में महामारी ने पाव पैसारे थे। अब यह महामारी दुनियाभर में फैल चुकी है। इस कोरोना नाम की महामारी से दुनिया जूझ रही है। आइये, अब जानते हैं कि इस वर्ष होने वाले ग्रहणों क्या प्रभाव दुनिया व देश पर पड़ेगा? यह ग्रहण कब-कब होंगे? ज्योतिष से जुड़े लोग इसे किस रूप में देखते हैं? वर्ष 2020 में 4 चंद्रग्रहण और 2 सूर्यग्रहण आएंगे, जिनका प्रभाव हमारे ऊपर पड़ेगा। 5 जून को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत, यूरोप, अफ्रीक, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा और 21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया में दिखाई देगा।

इस साल के सूर्य ग्रहण पर अधिकतर ज्योतिषियों की नजरें हैं, क्योंकि यह ग्रहण मिथुन राशि में लगेगा। 21 जून को लगने वाले ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले ही लग जाएगा। इस साल पड़ने वाले ग्रहण बहुत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं, क्योंकि ज्योतिषियों के अनुसार इन ग्रहण से मिथुन राशि के जातकों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा। उस समय कुल छह ग्रह वक्री होंगे जो अच्छा संकेत नहीं हैं। कहा जा रहा है कि ग्रहण के कारण ग्रहों की ऐसी स्थिति विश्व भर के लिए चिंताजनक मानी जा रही है। ज्योतिष के अनुसार, ग्रहण के समय मंगल ग्रह मीन में गोचर होकर सूर्य, बुध, चंद्रमा और राहु को देखेंगे जिसके परिणाम शुभ नहीं माने जा रहे हैं। वहीं ग्रहण के समय शनि, गुरु, शुक्र और बुध वक्री स्थिति में होंगे। राहु और केतु की चाल उल्टी ही रहती है। ऐसी स्थिति में दुनिया भर में हलचल की स्थिति बन रही है। प्राकृतिक आपदाओं के लिए भी यह स्थिति शुभ नहीं है। सीमा पर आपसी विवाद की स्थिति भी नजर आ सकती है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार साल का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून अर्थात आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन मिथुन राशि और मृगशिरा नक्षत्र में लगेगा। साथ ही मिथुन राशि पर सूर्य ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिलेगा। 21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया में दिखाई देगा।

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ग्रहण काल में सोना और भोजन नहीं करना चाहिए। चाकू, छुरी से सब्जी, फल आदि काटना भी निषिद्ध माना गया है।
सूतक से लेकर ग्रहण के मोक्ष तक गर्भवती स्त्रियों को खास सावधानी बरतनी चाहिए।इस दौरान गर्भवती स्त्रियां सूर्य की रोशनी में बिल्कुल भी ना निकलें।

ग्रहण कब और कहाँ

10 जनवरी 2020 चंद्र ग्रहण

ग्रहण का टाइम: रात 10 बजकर 37 मिनट से 11 जनवरी को 2 बजकर 42 मिनट

कहां दिखाई देगा: भारत, यूरोप, अफ्रीका, एशिया और आस्ट्रेलिया

5 जून 2020 चंद्र ग्रहण
रात्रि को 11 बजकर 15 मिनट से  6 जून को 2 बजकर 34 मिनट तक
कहां दिखाई देगा: भारत, यूरोप, अफ्रीक, एशिया और ऑस्ट्रेलिया

21 जून 2020 सूर्य ग्रहण
21 जून की सुबह 9 बजकर 15 मिनट से  दोपहर 15 बजकर 03 मिनट तक
कहां दिखाई देगा: भारत, दक्षिण पूर्व यूरोप और एशिया

जिसका प्रभाव हमारे ऊपर पड़ेगा।

5 जुलाई 2020 चंद्र ग्रहण
सुबह 08 बजकर 37 मिनट से 11 बजकर 22 मिनट तक
कहां दिखाई देगा: अमेरिका, दक्षिण पूर्व यूरोप और अफ्रीका

30 नवंबर 2020 चंद्र ग्रहण

दोपहर को 13 बजकर 02 मिनट से शुरू होगा और शाम 17 बजकर 23 मिनट तक,

कहां दिखाई देगा: भारत, अमेरिका, प्रशांत महासागर, एशिया और आस्ट्रेलिया

14 दिसंबर 2020 सूर्यग्रहण

शाम को 19 बजकर 03 मिनट से 15 दिसंबर को 12 बजे

कहां दिखाई देगा: सूर्यग्रहण भारत में नहीं दिखेगा।

वर्ष 2020 में 4 चंद्रग्रहण और 2 सूर्यग्रहण आएंगे, जिनका प्रभाव हमारे ऊपर पड़ेगा।

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