जाने, जीवन में सुख-समृद्धि लाने वाले कुछ विशिष्ट उपाय

0
875

र्तमान में हर व्यक्ति का जीवन बेहद कठिन होता जा रहा है, धर्म-कर्म से मनुष्य दूर हो जा रहा है। ऐसे में हम आपको कुछ उपाये बताने जा रहे है, जिससे आपके जीवन की जटिलताएं कुछ कम हो सकती है। आइये,बताते हैं, आपको कुछ उपाये, जो आपके लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं।
1- हर दिन सुबह के समय स्नान के बाद अगर हर सदस्य अपने माथ्ो पर चंदन का तिलक लगाए तो सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
2- अगर महिने के प्रथम गुरुवार और शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे जाकर श्री राम जय राम जय जय राम…..मंत्र का ग्यारह बार जप करें तो घर में सुख बढ़ता है।
3- एक पीला वस्त्र लेकर उस पर हल्दी की सात साबुत गांठ, सात जनेऊ, सात लग्न मंडप वाली सुपारी, गुड़ की सात डली छोटी और सात पीले फूल रखकर इस पोटली की धूप दीप से पूजा करके पूजा स्थान या धन स्थान पर रख दें।
4- अगर आप नयी मूल्यवान सामान खरीदकर लाएं तो हल्दी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर उस वस्तु पर छींटे दें। इससे वस्तु ज्यादा समय तक चलेगी।
5- रविवार के दिन मिSी के पात्र में अग्नि रखकर उस पर कबूतर की बीट डाल कर उसका धूंआ पूरे घर में कर दें। इससे घर में सुख सौभाग्य की वृद्धि होगी।
6- भंडार कक्ष खाली बना रहता है तो आ»ल्ेषा नक्षत्र में एक बरगद का पत्ता भंडार गृह में लाकर रख्ों। इससे आपकी यह कमी दूर होगी और भंडार गृह भरने लगेगा।
7- घर में कुछ स्थान कच्चा आवश्य रख्ों। इससे शुक्र ग्रह को मजबूती मिलती है। शुक्र के प्रभाव से भौतिक सुख सम्पदा प्राप्त होती है।
8- अगर घर में एक तुलसी का पौधा हो तो प्रतिदिन शाम के समय वहां पर शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इससे सुख-समृद्धि आती है।
9- अगर विधारा की जड़ को चांदी में मढवाकर गले में अथवा बाजू में धारण किया जाए तो व्यक्ति को सुख समृद्धि के साथ सम्मान भी प्राप्त होता है।
1०- शुद्ध पारद से बने मंत्र सिद्ध चैतन्यवान एवं प्राण प्रतिष्ठित पारद शिवलिंग की प्रतिदिन मनोयोग से पूजा करने से घर में समृद्धि बढ़ती है।
11- अगर एक नवविवाहिता किसी बात पर इतना हंसे कि उसकी आंखों से आंसू निकल आए तो वह आंसू यदि कोई अपनी जीभ पर चाट ले तो उसके भाग्योदय के द्बार खुल जाते है।
13- किसी शुभ मुहूर्त में एक पंचमुखी रूद्राक्ष और स्फटिक के मोतियों को अभिमंत्रित करें। एक लाल धागे में रुद्राक्ष के दोनों ओर वह मोती पिरोकर पूर्ण श्रद्धाभाव से गले में धारण करें तो सदैव सुख समृद्धि बनी रहेगी।
14- अपने भोजन में से कुछ भाग पहले निकाल और भोजन के बाद उसे जानवरों को खिलाएं तो इससे हमेशा सुख समृद्धि बनी रहती है।
15- प्रात:काल व सायंकाल पूजा के समय अधिकाधिक संख्या में गायत्री मंत्र क जप किया तो घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी।
16- शुद्ध कस्तूरी को चमकदार पीले वस्त्र में लपेटकर अपनी तिजोरी में रखा जाए तो जीवनभर सुख समृद्धि बनी रहेगी।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here