जनेऊ का हमारे धर्म शास्त्रों में विशेष महत्व है। जनेऊ तो लोग धारण करते हैं, लेकिन कैसे इसे उतारा जाए और कैसे धारण किया जाए? इसे लेकर अनभिज्ञता रहती है। आइये, हम अपने लेख में इसे धारण करने व उतारने के सामान्य मंत्र के बारे में जानते हैं, ताकि लोग मंत्रों का उपयोग कर लाभांवित हो सके।
यज्ञोपवीत यानी जनेऊ धारण करने का मंत्र
ऊॅँ यज्ञोपवीतं परमं पवित्रम् प्रजापतेर्यत्सहजं पुरस्तात्।
आयुष्यमग्रयं प्रतिमुंच शुभ्रं यज्ञोपवीत बलमस्तु तेज:।।
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जीर्ण यज्ञोपवीत उतारने का मंत्र
एतावद्दिनपर्यन्तं ब्रह्मत्वं धारितं मया।
जीर्णत्वाच्च परित्यागो गच्छ सूत्र यथा सुखम्।
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