भगवान श्री राम भक्त हनुमान जी स्वरूप बाला जी हैं। बाला जी की का प्रमुख मंदिर तिरुपति में है। जिसे तिरुपति बाला जी की नाम से जाना जाता है। यह विश्व विख्यात मंदिर है। यह प्रमुख मंदिर हिंदुओं की श्रद्धा व आस्था का केंद्र है। हर वर्ष लाखों भक्त यहां दर्शन-पूजन करने के लिए आते हैं। बाला जी का एक और मंदिर राजस्थान में भी है, जोकि मेंहदीपुर बाला जी के नाम से विख्यात है।
कलयुग में भक्तों के दुख दूर करने के लिए बाला जी धरती पर अवतरित हुए हैं। राजस्थान प्रांत के दौसा जिले में मेंहदीपुर धाम है। यह स्थान मेंहदीपुर बाला जी के नाम से विख्यात है। हर साल बाला जी के दर्शन करने के लिए लाखों भक्त आते हैं। बाला जी के कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
यह भी पढ़ें –जानिए, हनुमान जी के द्वादशनाम का माहात्म्य
मान्यता है कि बाला जी की कृपा से भक्तों पर से ऊपरी बाधाएं दूर होती हैं। दर्शन-पूजन से कलयुग के तापों से मुक्ति मिलती है।
बाला जी जप मंत्र है-
ऊॅॅँ हरं हरि हरिश्चन्द्रं हनूमन्तं हलायुधम्।
पंचकं वै स्मरेन्नित्यं घोर संकट नाशनम्।
अथवा
ऊॅॅँ नमो हनुमते रुद्रावताराय
सर्व शत्रु संहारणाय,
सर्व कामना देवाय सर्व रोग-शोक
हराय श्री राम दूताय नम:।
रुद्राक्ष की माला से 21 माला जप करें तो जीव के रोग शोक दूर होते हैं।
यह भी पढ़ें – जानिए, क्यों बाली ने राम नाम को लेकर तप किया और हनुमान के बल की महिमा
यह भी पढ़ें- हम निमित्त मात्र है, विधान तो ईश्वर का होता है