काम शक्ति बढ़ाने के कुछ उपाय हम आपको बताने जा रहे है, यह उपाये अपनाकर इनका लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अक्सर देखा गया है, कि छोटे-छोटे उपाय भी कारगर सिद्ध होते है, जो हमे लाभ पहुंचा सकते हैं।
1- प्रात:काल सूर्यादय से पूर्व टहलने जाए और साथ में एक बताशा भी ले जाएं। जहां भी बरगद का वृक्ष दिखाई पड़े, उसकी शाखा तोड़ें और तोड़ते समय जो दूध निकले, उसकी कुछ बूंदे बताश्ो में टपकाकर खा जाएं। सवा महीने तक यह नित्य करें। इस प्रयोग से वीर्य सम्बन्धित सभी विकार दूर होंगे। एक नवीन पौरुष प्राप्त होगा। शीघ्र पतन, स्वप्न दोष, वीर्य का हल्का या पतला होना, शिश्न का उत्तेजित न होना और सम्भोग काल में शिश्न का ढीला या मुर्झाया सा रहना, सम्भोग के प्रति कोई रुचि न होना आदि विकारों को दूर करने के लिए यह एक महाशक्तिशाली टोटका है।
2- लटजीरा की जड़ को किसी शुभ नक्षत्र में लाकर उसकी भस्म बनाकर लें और गाय के दूध के साथ उसका नित्य सेवन करें। इस प्रयोग से वीर्य गाढ़ा हाता है। पुंसत्व की शक्ति बढ़ती है और सम्भोग काल लम्बा खिचता है।
3- तुलसी की जड़ और जिमींकंद दोनों को पान में रखकर खाने से सम्भोग की अवधि आशा से भी अधिक लम्बी खिचती है।
4- मरे हुए ऊंट की हड्डी में छिद्र करके सिर से बांधने, टोपी आदि में रख लेने या पलंग के पायताने की ओर बांधने के उपरांत संभोगरत होने प वीर्यपात विलम्ब से होता है।
5- विशाखा नक्षत्र में महुआ का बांदा लाकर गले में धारण करने से पौरुष शक्ति बढ़ती है।
6- सम्भोग क्रिया के बाद अपने वीर्य को बायें हाथ से स्त्री के बायें पैर के तलुवे में लेप कर देने वाला पुरुष सदैव स्त्री पर हावी रहता है और स्त्री उसके पौरुष से पराभूत सेवा करती है।
7- जिस व्यक्ति की पत्नी बहुत कामुक हो और पति स्वयं उसके सामने कमजोर पड़ता हो तो उसे अपनी कटि में आम वृक्ष की जड़ बांधकर सम्भोगरत होना चाहिए। इस क्रिया से वह अपनी पत्नी को पूर्ण संतुष्ट करने में सफल होगा। पत्नी भी उसकी अनुरागिनी बनी रहेगी।
8- फिटकरी की डली कमर में बांधकर सहवास करने से अधिक देर तक सतम्भन होता है