गणेशगंज झांकी: चौथा दिन
लखनऊ। मित्तल परिवार की ओर से अमीनाबाद रोड स्थित न्यू गणेशगंज में छ्ह दिवसीय श्रीकृष्ण जन्मोत्सव एवं डिजिटल मूविंग झांकियां प्रदर्शित की जा रही हैI झांकी संयोजक अनुपम मित्तल ने बताया कि डिजिटल मूविंग झांकियों की श्रृखला में चौथे दिन सोमवार को अघासुर का वध दिखाया गया। अघासुर वध की एनिमेटेड मूविंग झांकी में अघासुर पूतना और बकासुर का छोटा भाई था। वह वेश बदलने में दक्ष ही नहीं मायावी भी था। कंस ने बकासुर के बाद अघासुर को नटखट कान्हा को मारने के लिए भेजा। ग्वाल बालों के गाय के स्थान पर अघासुर ने 25 फिट लंबा अजगर रूपी विशालकाय गुफा का रूप धारण किया। ग्वाल बाल खेलते और गाय चराते हुए उस विशालकाय अजगर के मुंह के अंदर चले गए, तब पलक झपकते ही अजगर ने अपना मुंह बंद कर लिया। चारागाह में गायों व ग्वाल-बालों में जब कोई भी नहीं दिखा तो कान्हा घबरा गए वे जोर जोर पुकारकर उन सभी को खोजने लगे। तभी उन्होंने आगे जाकर देखा कि एक विशालकाय अजगर जोर-जोर से फुकार मारकर आग उगल रहा था। कान्हा जान गए यह मायावी दैत्य हैं। इसी दैत्य ने अपनी सांसों द्वारा ग्वाल-बालों और गायों को अपने मुंह के अंदर खींचा है। तब श्रीकृष्ण ने अपना शरीर विशाल कर लिया और अघासुर का वध करके सभी ग्वाल बालों और गायों को सुरक्षित बचा लियाI
वहीं अन्य झांकियों में राम दरबार में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम, लक्ष्मण, सीता के दर्शन, निधि वन में झूला झूलते राधा-कृष्ण, संकट मोचन हनुमान जी के ह्रदय में प्रभु राम सीता के दर्शन, 20 फिट ऊंचा शिवलिंग जलाभिषेक करता, मदारी की इशारे पर करतब दिखाते बंदर, सपेरा की धुनों पर नाचते हुए सांप की एनिमेडेट स्वचालित झांकियां सभी भक्तगणों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। न्यू गणेशगंज के झांकी स्थल को रंग बिरंगी फूलों, झालरों से सजाया गया था। कोलकाता की एलईडी लाइट से पैनलों एवं विशालकाय प्रवेश द्वारों पर कान्हा की विविध लीलाओं एवं बच्चों के चहेते एनिमेटेड कॉटूनों को स्वचालित चित्रों को उकेरा गया। एवरेस्ट पर तिरंगा फहराते हुए थ्रीडी सेल्फी कार्नर में अपने परिवार के साथ बच्चें भी सेल्फी फोटो खीचकर आंनद उठा रहे थे। 23 अगस्त मंगलवार को गोवर्धन लीला दिखाई जाएगी। झांकियों का खुलने का समय प्रतिदिन सांय 6 बजे से रात 12 तक है।