जैसे आपके शरीर के अन्य भागों के फड़कने से आपको भविष्य के संकेत मिलते हैं, वैसे ही आपको तालु फड़कने से भी भविष्य का संकेत प्राप्त होता है। यह संकेत आपको भविष्य में होने वाली गतिविधि से सचेत व इंगित करता है। अगर आपके तालु में फड़कन हो तो यह आर्थिक दृष्टि से शुभ शकुन माना जाएगा।
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अगर तालु का दायां भाग फड़के तो कोई रोग उत्पन्न हो सकता है। जिसकी वजह से आप काफी दिनों तक परेशान रह सकते हैं। अगर तालु का बायां भाग फड़के तो आप पर कोई आपराधिक मामला दर्ज हो सकता है, आप इसमें बंदी भी हो सकते हैं। जिससे आपकी मान-प्रतिष्ठा पर प्रभाव पड़ सकता है।
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ऐसे ही कण्ठ की घंटी की फड़कन भी आपको भविष्य का संकेत देती है, अगर कण्ठ की घंटी फड़कती है तो इसका अर्थ है कि आपको भोगों की प्राप्ति का आभास हो रहा है। अगर कण्ठ की फड़कन तेज हो तो मनोकूल भोजन प्राप्त हो सकता है। अगर किसी स्त्री के कण्ठ में फड़कन हो तो उसे समझना चाहिए कि उसे कण्ठाहार प्राप्त हो सकता है। अगर कण्ठ का बायां भाग फड़के तो यह सफलता दिलाने वाला संकेत माना जाता है। अगर कण्ठ का निचला भाग फड़के तो वह अल्पमूल्य के आभूषण की प्राप्ति का सूचक होगा।
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अगर कण्ठ का ऊपरी भाग फड़के तो उससे स्वर्ण व बेशकीमती आभूषण की प्राप्ति का संकेत है। अगर कण्ठ की घंटी के नीचे फड़कन होने का अनुभव हो तो शस्त्र से आपको पीड़ा संभव है। अगर फड़कन तीव्र हो तो पीड़ा के अत्यन्त घातक होने का संकेत समझना चाहिए। यह संकेत आपको भाविष्य के प्रति आगाह करने वाले है, शुभ कर्म व धर्म संगत उपाय अपनाकर इसके दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।
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