केन्या में कर-विरोधी प्रदर्शनों में 39 लोगों की मौत

0
58

नैरोबी । केन्या में मंगलवार को कर विरोधी प्रदर्शनों के नए दौर के युवा सड़कों पर उतर आए और हाल ही में इन प्रदर्शनों में कम से कम 39 लोग मारे गए और कई घायल हो गए।

केन्या की राजधानी नैरोबी में सोमवार शाम को जारी एक बयान में राज्य द्वारा वित्तपोषित केन्या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (केएनसीएचआर) की अध्यक्ष रोज़लाइन ओडेडे ने कहा,“हमारे रिकॉर्ड से पता चलता है कि देश भर में विरोध-प्रदर्शनों के संबंध में 39 लोगों की मौत हो गई है और 361 लोग घायल हुए हैं।”

Advertisment

केएनसीएचआर ने कहा कि अनैच्छिक रूप से गायब होने के 32 मामले और प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के 627 मामले थे जो कई तरह की अलोकप्रिय कर वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, जिन्हें अब वापस ले लिया गया है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार निगरानी संस्था ने कहा कि 18 जून से एक जुलाई तक की अवधि को कवर करने वाले आंकड़ों से पता चलता है कि नैरोबी में मौतों की संख्या सबसे ज़्यादा 17 मौतें हुई हैं।

श्री ओडेडे ने प्रदर्शनकारियों पर किए गए बल प्रयोग की निंदा की। उन्होंने संसद भवन और राष्ट्रीय पुस्तकालय जैसे महत्वपूर्ण सरकारी बुनियादी ढाँचे को नष्ट करने और जलाने वालों को दोषी ठहराया और उनसे कानून के शासन का सम्मान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा,“हमारा मानना ​​है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ़ इस्तेमाल किया गया बल अत्यधिक और अनुपातहीन था।”

उन्होंने कहा कि ज़्यादातर युवा जेन-जेड प्रदर्शनकारियों के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन केन्या के शहरों और कस्बों में और ऑनलाइन शुरू हुए जब 18 जून को संसद में वित्त विधेयक 2024 पेश किया गया।

प्रदर्शनकारियों ने बिल के उन प्रावधानों पर नाराजगी जताई जो सरकार के राजस्व लक्ष्यों को पूरा करने के लिए उन वस्तुओं और सेवाओं पर कर बढ़ाएंगे जिन पर कई लोग निर्भर हैं जैसे कि रोटी और मोबाइल मनी ट्रांसफर।

प्रदर्शनकारियों ने गत 25 जून सांसदों द्वारा पारित विवादास्पद वित्त विधेयक 2024 को जिसमें अतिरिक्त 346.7 बिलियन शिलिंग (लगभग 2.67 अरब अमेरिकी डॉलर) जुटाने की मांग की गई थी के कुछ घंटो बाद भारी सुरक्षा वाले संसद परिसर में घुसकर नेशनल असेंबली और सीनेट दोनों में प्रवेश किया एवं संपत्ति को नष्ट कर दिया।

गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने इमारत के एक हिस्से में आग लगा दी जिनमें से कई काले कपड़े पहने हुए थे और केन्याई झंडे लिए हुए थे और सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं जिसमें कम से कम चार लोग मारे गए।

राष्ट्रपति विलियम रुटो ने रविवार को एक टेलीविज़न साक्षात्कार में युवा लोगों के साथ संवाद के लिए अपने पिछले आह्वान को दोहराया। उन्होंने कहा कि वे अपनी पसंद के किसी भी मंच पर ऐसा करने के लिए तैयार हैं जिसमें सोशल मीडिया साइट एक्स स्पेस भी शामिल है। जहाँ जेन-जेड अक्सर मुद्दों और रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए इकट्ठा होते

हैं।

युवा प्रदर्शनकारियों ने संवाद के आह्वान को अस्वीकार कर दिया और इसके आज नए सिरे से विरोध प्रदर्शन आयोजित किए जिसमें इस बात पर जोर दिया गया कि राष्ट्रपति को पहले उन लोगों को रिहा करना चाहिए जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया है।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here