मधुमेह-मिरगी-हृदयरोग में आम कैसे होगा रामबाण

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मधुमेह-मिरगी-हृदयरोग

madhumeh-miragee-hrdayarog mein aam kaise hoga raamabaan भूखे पेट आम नहीं खाना चाहिए। आम के अधिक सेवन से अग्निमांद्य होता है, रक्तविकार, कब्ज, पेट में गैस बनती है।

मधुमेह – ( 1 ) आम और जामुन का रस समान भाग मिलाकर कुछ दिनों तक पीने से मधुमेह रोग ठीक हो जाता है।

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( 2 ) आम और जामुन की गुठली की गिरी और भुनी हुई छोटी हर्र तीनों समान मात्रा में मिलाकर पीस लें। इस मिश्रण की एक चम्मच नित्य दो बार छांछ  से फंकी लें। मधुमेह तथा दस्तों में लाभ होगा।

मिरगी – आधा किलो आम के हरे पत्ते लेकर धोकर साफ कर लें तथा उनको कूट पीसकर लुगदी बना लें। इसे आधा किलो तिलों के तेल में मिलाकर गर्म करें। अच्छी तरह उबालकर पानी जल जाने के बाद इस तेल को ठण्डा करके छान लें। अन्त में लुगदी को निचोड़ लें। इस तेल की शरीर पर मालिश किया करें। इससे मिरगी में लाभ होगा।

हृदय रोगी- अमरस में आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर पियें। इससे रोगी को लाभ होता है।

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